जीएनजी कॉलेज की दूसरी मंजिल से गिरने पर 23 वर्षीय मानसी की माैत हाे गई। वह पेपर मिल कॉलोनी में अपने मामा के घर रह रहती थी। वह मूलरूप से कुरुक्षेत्र के गांव स्योंसर की रहने वाली थी। मानसी ने एमएलएन कॉलेज में एमए इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया था। लेकिन कॉलेज नहीं गई। क्योंकि वह आगे पढ़ाई की जगह शायद नौकरी करना चाहती थी। उसने करीब एक माह से एक प्लेसमेंट एजेंसी जाॅइन की थी।
वहां पर उसकी ट्रेनिंग चल रही थी। मानसी गरीब परिवार से थी। उसने एमएलएन कॉलेज में एडमिशन लेते समय फीस में छूट मांगते हुए एप्लीकेशन देकर कहा था उसके पिता नहीं हैं। वह पूरी फीस नहीं दे सकती। उसने तीन हजार रुपए ही एडमिशन फीस के तौर पर दिए थे।
इसके बाद कभी कॉलेज में क्लास जॉइन करने नहीं गई। अभी यह पहेली बना हुआ है कि वह दूसरी मंजिल से गिरी या फिर उसने खुद छलांग लगाई। शहर यमुनानगर थाना प्रभारी कमलजीत सिंह का कहना है कि यह जांच का विषय है। कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमराें की फुटेज चेक की जा रही हैं।
कहकर गई कि कॉलेज जा रही हूंः अमित
मॉडल टाउन स्थित निमस जॉब प्लेसमेंट के संचालक अमित बेगमपुर ने बताया कि उन्होंने प्लेसमेंट का नया काम शुरू किया है। मानसी करीब एक माह से उनके यहां पर ट्रेनिंग के लिए आ रही थी। वह गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे ऑफिस में यह कहकर चली गई थी कि वह कॉलेज जा रही है। इसके बाद उसके कॉलेज बिल्डिंग से गिरने का पता चला।
उसने कभी नहीं बताया था कि वह किसी बात से परेशान है। जैसे ही एमएलएन कॉलेज के स्टाफ को पता चला कि उनके कॉलेज की छात्रा जीएनजी कॉलेज की बिल्डिंग से गिर गई है तो उसका काॅलेज का रिकार्ड खंगाला गया। पाया गया कि उसने 17 अक्टूबर को एडमिशन लिया था, लेकिन एक दिन भी क्लास में नहीं आई। उसका कॉलेज से नाम कट चुका था। कॉलेज स्टाफ का कहना है कि लगातार सात दिन तक अगर कोई स्टूडेंट क्लास में न आए तो उसका नाम काट दिया जाता है।
दूसरी मंजिल पर मिला बैग
जीएनजी कॉलेज के चतुर्थ क्लास कर्मी रणधीर ने बताया कि जब हादसा हुआ तो वह ग्राउंड में पहुंचा। लड़की जमीन पर खून से लथपथ पड़ी थी। दूसरी मंजिल पर उसका बैग मिला। वहीं, जहां से मानसी गिरी है, वहां तीन फीट से ज्यादा ऊंची ग्रिल लगी है। वहीं, अगर मानसी अचानक गिरती तो उसका बैग भी उसके साथ होता। बैग छत पर ही मिला है। बता दें कि 31 अक्टूबर को डीएवी गर्ल्स कॉलेज की तीसरी बिल्डिंग से बीए फाइनल ईयर की छात्रा महरामपुर निवासी आंचल कूद गई थी। उसकी मौत हो गई थी।