हरियाणा के अंबाला जिले में कुछ लोगों द्वारा खुद को पुलिस बता कर जबरन घर में घुसने का मामला सामने आया है। नारायणगढ़ निवासी राकेश शर्मा ने इसको लेकर समाधान शिविर में अपनी शिकायत दी। उसने बताया कि 6-7 लोग खुद को कोर्ट व पुलिस कर्मचारी बताते हुए जबरन उसके घर में घुस जाते हैं। उसके बेटे को गिरफ्तार करने की बात कहते हैं। वारंट मांगने पर गाली-गलौज व धक्का मुक्की करते हैं। DSP की जांच के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
नारायणगढ़ निवासी राकेश शर्मा ने समाधान शिविर में सौंपी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी कुसुम (60) अस्थमा की मरीज है। टांग के दिक्कत के कारण सही से चल नहीं सकती। 20 जून की दोपहर के समय घर में अकेली व दवाई लेकर आराम कर रही थी।
इसी बीच, 6-7 लोगों ने दरवाजा खटखटाया। उसकी पत्नी दरवाजा खोल नहीं सकी। आरोपियों ने जोर-जोर से दरवाजा खटखटाया तो कुंडी खुल गई। आरोपी उसकी पत्नी के कमरे में दाखिल हो गए और धमकाने लगे। उसी वक्त वह भी घर आ गया।
जब उसने पूछा तो खुद को कोर्ट के कर्मचारी बताया। इनमें से सादे कपड़ों में एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस स्टाफ बताया। जब उसने जबरन घर में घुसने का कारण पूछा तो बोले कि हमारे पास अंकित का गिरफ्तारी वारंट है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका बेटा अंकित LLB स्टूडेंट है। उन्होंने उक्त लोगों से गिरफ्तारी वारंट दिखाने को कहा तो गाली-गलौज और धक्का-मुक्की करने लगे। यही नहीं, उसे जान से मारने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जो खुद को पुलिस स्टाफ बता रहा था, उसने कहीं कॉल करके थाने से 2 पुलिस कर्मचारी और बुलाए। पुलिस कर्मचारी बाइक पर वर्दी में आए। उसने दोनों पुलिस कर्मचारियों को अपने घर में बैठाया। वह व्यक्ति भी पुलिस वालों के साथ दोबारा घर में आकर बैठा। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह खुद हार्ट व ब्लड प्रेशर का मरीज है। उसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। इस दौरान पुलिस कर्मचारी थाने में आने की बात कहकर निकल जाते हैं।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह कुछ समय बाद पुलिस थाने गया। यहां छोटा मुंशी मिला। उसने फिर अगले दिन 10 बजे बुलाया। वह अगले दिन पुलिस थाने गया। यहां फिर गोवर्धन नाम के कर्मचारी ने कोन से किसी से बात करवाई, जिसने दोबारा फिर अगले दिन 10 बजे आने को कहा। जब उसने कारण पूछा तो कोई स्पष्ट नहीं बताया।
उसे कहा कि आप थाने आ जाना, आपको बता देंगे। फिर एक आशु नाम के पुलिस कर्मचारी का नंबर दिया। उससे बात करने पर उसने पूछा कि जो बिना वर्दी के मेरे घर आए थे वे कौन थे ? इस पर आशु ने उसे कहा कि हम तो मुंशी के आदेशों पर आए थे।
शिकायतकर्ता ने शक जताया कि आशु कर्मचारी ही बगैर वर्दी में था और उसने ही अपने आप को SP अंबाला का कर्मचारी बताया। शिकायतकर्ता ने बताया कि 6-7 आदमी भी संदिग्ध थे। उनका व्यवहार कोर्ट कर्मचारियों वाला नहीं था ना ही कोर्ट का आदेश था। आरोपी गाड़ी नंबर (HR-33D-3855) में बैठकर आए थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 147,149,452,506 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।