राधा रमण दास ने कहा कि बीती रात को जिस वक्त श्रद्धालू गुरू पूर्णिमा की तैयारी कर रहे थे कि अचानक करीब 200 की संख्या में भीड़ श्री राधाकांता मंदिर में घुस गई और हमला कर दिया.
राधा रमण दास ने समाचार एजेंसी एएनआई से शुक्रवार को बात करते हुए कहा कि बीती रात को जिस वक्त श्रद्धालू गुरू पूर्णिमा की तैयारी कर रहे थे कि अचानक करीब 200 की संख्या में भीड़ श्री राधाकांता मंदिर में घुस गई और हमला कर दिया. उन्होंने आगे बताया कि इस घटना में तीन लोग घायल हुए हैं. गनीमत ये रही कि उन लोगों ने पुलिस को कॉल कर दिया, जिसके बाद हमलावर वहां से भाग गए.
राधा रमण ने आगे बताया कि ये हमला गंभीर चिंता का मामला है. हम बांग्लादेश की सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं. इसके साथ ही, वे वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओं को सुरक्षा मुहैया कराए.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह मंदिर ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में बना हुआ है. गुरुवार शाम करीब 7 बजे हाजी सैफुल्लाह की अगुवाई में 200 से अधिक लोग मंदिर में जबरन घुसे और तोड़फोड़ शुरू कर दी. यही नहीं भीड़ ने मंदिर में लूटपाट भी की. इस दौरान मंदिर में मौजूद कुछ लोगों से मारपीट भी की गई, जिस वजह से वह घायल हो गए.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में पिछले कुछ साल में हिंदुओं और उनके मंदिर पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. पिछले साल ही नवरात्रि के दौरान कुछ दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले किए गए थे. इस दौरान कई मंदिरों पर भी हमले हुए थे. इस हिंसा में 2 हिंदुओं समेत 7 लोगों की मौत हुई थी. तब भी ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ था.
बांग्लादेश की कुल आबादी 16.5 करोड़ है. इसमें हिंदू लोगों की संख्या करीब 9 प्रतिशत है. पिछले 3-4 साल में हिंदुओं पर हमले के मामले बढ़े हैं. कुछ कट्टरपंथी लगातार इस तरह के हमले कर रहे हैं.