काॅलेज तक छात्राओं के सुरक्षित आवागमन
घर से स्कूल/काॅलेज तक छात्राओं के सुरक्षित आवागमन काे प्रदेश सरकार स्पेशल हरियाणा रोडवेज बसें चलाने के लिए पिछले करीब एक महीने से तैयारियां कर रही है। इसके लिए सरकार हरियाणा रोडवेज विभाग एवं ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों की मीटिंग भी ले चुकी है, परंतु एक महीना बीत जाने के बावजूद छात्राओं के लिए स्पेशल रोडवेज बसें नहीं चल पायी हैं। ऐसे में छात्राओं को सामान्य रोडवेज बसों में खड़े होकर या खिड़कियों में लटककर सफर करना पड़ रहा है। इस प्रकार छात्राओं को पढ़ने के लिए रोजाना जिंदगी से जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
देश व प्रदेश में कोरोना का संक्रमण
बता दें कि देश व प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कमजोर पड़ने के बाद पिछले करीब एक महीने से शिक्षण संस्थान रेगुलर खुल रहे हैं। तभी से प्रदेश सरकार शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं के सुरक्षित आवागमन के लिए स्पेशल रोडवेज बसें चलाने की तैयारी कर रही है।
रोडवेज विभाग व ट्रैफिक विभाग की मीटिंग
इसके लिए सरकार करीब एक महीने पहले हरियाणा रोडवेज विभाग व ट्रैफिक विभाग की मीटिंग लेकर उनके अपने-अपने क्षेत्र में रूट व रोडवेज बसों की संख्या बारे सुझाव मांगे गए थे। सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में रोडवेज विभाग ने जिले के 47 ग्रामीण रूटों पर आवागमन करने वाली 2969 छात्राओं के लिए कुल 51 रोडवेज बसों की जरुरत बताई थी।
इनमें से रोडवेज विभाग ने जिले के विभिन्न रूटों पर 12 बसें चला दी हैं। ऐसे में जिले में अभी छात्राओं के लिए 39 और बसें चलाने की जरुरत है, परंतु सरकार ने इस मीटिंग के बाद बात को आगे नहीं बढ़ाया है। लिहाजा छात्राओं को पिछले एक महीने से रोडवेज बसों की कमी से जूझना पड़ रहा है।
इसके चलते छात्राओं को रोजाना खड़े होकर या खिड़कियों में लटक कर सफर करना पड़ता है। कुछ ग्रामीण रूटों पर स्थिति यह रहती है कि छात्राओं को बस में न खड़े होने के लिए जगह मिल पाती है और न ही पकड़ने के लिए। गेट पर लटकने से छात्राओं को नीचे गिरने का डर रहता है।
डिमांड के अनुसार अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी
जिले में विभिन्न रूटों पर छात्राओं के लिए 12 स्पेशल रोडवेज बसें चलाई जा रही हैं। जिले में सरकार के आदेशानुसार छात्राओं के लिए डिमांड के अनुसार और रोडवेज बसें चलाई जाएंगी। –नवीन कुमार, महाप्रबंधक, हरियाणा रोडवेज डिपो नारनौल।