जीएसटी धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में गुजरात एटीएस ने बड़ी कार्रवाई की है। प्राइवेट कंपनी माधव कॉपर लिमिटेड के चेयरमैन नीलेश पटेल को 762 करोड़ रुपये के जीएसटी फ्रॉड के मामले में अरेस्ट किया गया है।
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- जांच एजेंसी लंबे वक्त से नीलेश पटेल को ट्रैक कर रही थी। वह काफी दिनों से फरार चल रहा थी। जीएसटी विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में पहले ही अफजल सिजाणी और मुहम्मद अब्बास, रफीक अली को गिरफ्तार किया था। लेकिन नीलेश फरार चल रहा था और उसकी तलाश की जा रही थी। नीलेश के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। नीलेश ने सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक भी लगवा दी थी, लेकिन उसे अग्रिम जमानत नहीं मिल पाई थी।
यही नहीं नीलेश ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 19 फरवरी को जीएसटी अधिकारियों पर कार चढ़ाने का भी प्रयास किया गया था। अधिकारियों को कार से टक्कर मारकर वह फरार था। इसके बाद से ही जीएसटी डिपार्टमेंट उसकी तलाश में जुटा था। गुजरात एटीएस ने बुधवार को नीलेश को गिरफ्तार किया था। नीलेश के अहमदाबाद में छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एटीएस की टीम वहां पहुंची और नीलेश को गिरफ्तार किया। एटीएस ने मामले की जांच के लिए नीलेश को अहमदाबाद में जीएसटी विभाग को सौंप दिया।
नीलेश पटेल बीते करीब 8 महीनों से फरार चल रहा था। आरोप है कि जीएसटी के फर्जी बिलों के जरिए उसने बड़े पैमाने पर घोटाला किया है। नीलेश पटेल समेत 15 लोगों को ईडी अब तक इस केस में गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा अब तक करीब 500 करोड़ रुपये की टैक्स धोखाधड़ी से जुड़े दस्तावेज सामने आ चुके हैं। शुरुआती दौर में नीलेश पटेल को स्टेट जीएसटी की ओर से नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुआ था। इसके बाद बीते अगस्त में उसकी गिरफ्तारी के लिए विभाग की ओर से अदालत में अर्जी दाखिल की गई थी।