PNB ने पकड़ी 2060 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, उठाया गया ये कदम

PNB reports borrowal fraud बैंक ने बताया कि उसने पहले ही प्रेसक्राइब्ड प्रूडेंशियल नॉर्म्स के अनुसार 824.1 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। बैंक द्वारा कंपनी के खातों में 2060.14 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना आरबीआई को दी गई है।

 

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 15 मार्च को आईएल एंड एफएस तमिलनाडु पावर कंपनी लिमिटेड (ITPCL) के एनपीए खाते में 2,060 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना दी। बैंक ने बताया कि उसने पहले ही प्रेसक्राइब्ड प्रूडेंशियल नॉर्म्स के अनुसार 824.1 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। पीएनबी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, “बैंक द्वारा कंपनी के खातों में 2060.14 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना आरबीआई को दी गई है। बैंक पहले ही प्रेसक्राइब्ड प्रूडेंशियल नॉर्म्स के अनुसार 824.06 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुका है।”

 

एक महीने पहले फरवरी में पंजाब एंड सिंध बैंक ने IL&FS तमिलनाडु को 148 करोड़ रुपये के बकाया के साथ धोखाधड़ी खाता घोषित किया था। ऋणदाता ने नियामक फाइलिंग में कहा था, “यह सूचित किया जाता है कि एक एनपीए खाता, अर्थात आईएल एंड एफएस तमिलनाडु पावर कंपनी लिमिटेड, जिसका बकाया 148.86 करोड़ रुपये है, को धोखाधड़ी के रूप में घोषित किया गया है और आरबीआई को सूचित किया गया है।”

कंपनी को तमिलनाडु के कुड्डालोर में थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स के कार्यान्वयन के लिए कर्ज से लदी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (IL & FS) के द्वारा उसके ऊर्जा प्लेटफॉर्म IEDCL के तहत स्पेशल परपस व्हीकल (SPV) के रूप में स्थापित किया गया था।

नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) के समक्ष IL&FS द्वारा प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार, अप्रैल 2020 तक ITPCL पर ऋणदाताओं का 6,700 करोड़ रुपये और IL&FS समूह की संस्थाओं का लगभग 900 करोड़ रुपये बकाया था। IL&FS ने पहले ही ITPCL के पुनर्गठन की पहल की थी, जिसमें तमिलनाडु सरकार और अन्य हितधारकों को अपनी हिस्सेदारी बेचना भी शामिल था, लेकिन यह असफल रही।

गौरतलब है कि बैंकों के साथ धोखाधड़ी मामलों को लेकर सरकार काफी सक्रिय है और इस संबंध में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, जो लोग धोखाधड़ी करके विदेश भाग गए हैं, उसके खिलाफ भी सरकार ने शिकंजा कसा है।

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