835 फ्यूचर रिटेल के स्टोर्स हैं
950 में से 835 फ्यूचर रिटेल के स्टोर्स हैं और 112 फ्यूचर लाइफ स्टाइल के हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल ने अगस्त 2020 में फ्यूचर ग्रुप के लॉजिस्टिक्स और रिटेल बिजनेस को 24,713 करोड़ रुपए में खरीदने का एग्रीमेंट किया था। पर यह डील अमेजन के विवादों की वजह से अभी तक नहीं हो पाई।
फ्यूचर ग्रुप ने कहा कि वह अभी भी रिलायंस के साथ चर्चा कर रही है ताकि पहले की स्थितियां कायम रहें। फ्यूचर के पास 1,700 आउलटेट हैं इसमें लोकप्रिय बिग बाजार भी है। कुछ समय से इसके आउटलेट ने किराए का पेमेंट नहीं किया है।
शेयर बाजार को दी जानकारी
फ्यूचर ग्रुप की लिस्टेड कंपनी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा है कि उसे मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस ग्रुप से सब-लीज प्रॉपर्टीज की लीज समाप्ति का नोटिस मिला है। इसके बड़े फॉर्मेट वाले स्टोर में बिग बाजार और फैशन @ बिग बाजार (FBB) शामिल हैं। छोटे फॉर्मेट वाले स्टोर में ईज़ी डे और हेरिटेज स्टोर शामिल हैं।
342 बड़े फार्मेट के लिए मिला नोटिस
FRL ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि अब तक कंपनी के 342 बड़े फॉर्मेट स्टोर जैसे बिग बाजार, @ बिग बाजार (FBB) और 493 छोटे फॉर्मेट स्टोर (जैसे ईज़ी डे और हेरिटेज स्टोर) के लिए नोटिस मिला है। फाइलिंग में आगे कहा गया है कि ये स्टोर ऐतिहासिक रूप से कंपनी के रिटेल रिवेन्यू ऑपरेशंस के लगभग 55% से 65% का योगदान दे रहे हैं।
स्टोर स्टॉक के लिए परिचालन नहीं कर रहे हैं
कंपनी ने कहा कि अब ये स्टोर स्टॉक के लिए परिचालन नहीं कर रहे हैं। इस बीच, फ्यूचर ग्रुप की एक अन्य लिस्टेड कंपनी फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स (एफएलएफ) ने भी एक फाइलिंग में कहा कि उसे रिलायंस से 112 स्टोर्स के संबंध में समाप्ति नोटिस मिला है।
सेंट्रल के 34 आउटलेट शामिल
इसमें सेंट्रल के 34 आउटलेट और कंपनी के 78 ब्रांड फैक्टरी स्टोर शामिल हैं। कंपनी ने आगे कहा कि ये सभी रिटेल रेवेन्यू ऑपरेशन में 55 से 65% तक का योगदान दे रहे हैं। अभी तक, ये स्टोर स्टॉक और इन्वेंट्री में समानता लाने के लिए चालू नहीं हैं। इन दोनों फाइलिंग में यह भी बताया गया है कि कंपनी रिलायंस समूह के साथ यथास्थिति बनाए रखने और विभिन्न शेयर होल्डर्स के हितों की रक्षा के लिए चर्चा कर रही है।
कोर्ट के बाहर सेटलमेंट होगा विवाद
इससे पहले, पिछले हफ्ते ही अमेजन और फ्यूचर रिटेल कोर्ट के बाहर सेटलमेंट करने के लिए तैयार हुए थे। यह विवाद फ्यूचर रिटेल में रिलायंस को बेची गई हिस्सेदारी को लेकर है। पिछले गुरुवार को सुप्रीमकोर्ट ने दोनों पक्षों को 12 दिन का समय दिया था।