रूस का यूक्रेन पर हुए हमले से वहां के हालत गंभीर होते जा रहे हैं। यूक्रेन में मेडिकल की अधूरी पढ़ाई छोड़कर घर लौटे विद्यार्थियों ने देश में मेडिकल की पढ़ाई जारी करवाने के लिए जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता को सीएम मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपा। सभी छात्र भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं। बता दे कि जिले में दो सौ से ज्यादा छात्र यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए थे। अधिकतर छात्र वहां से सुरक्षित घर लौट आए हैं। यूक्रेन से लौटे छात्र अंकुर शर्मा, चिराग, रितिक मलिक, रिदित कांबोज, विकिल, नरेश, प्रशांत कांबोज, नितिन कांबोज, मनप्रीत कौर, डोली व अन्य ने कहा कि केंद्रीय सरकार से उनको सुरक्षित घर तक पहुंचा दिया। अब उनको भविष्य की चिता है। मांग है कि उनकी मेडिकल की डिग्री पूरी करवाने की जल्द से व्यवस्था की जाए। ध्यान रहे कि छात्र स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी भविष्य की चिता को लेकर मिल चुके हैं। उन्होंने ने भी छात्रों को उचित आश्वासन दिया। छात्रों का कहना है कि परिवार ने किसी तरह से उनको पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था। वह भी परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए लगे हुए थे। अचानक सब कुछ बदल गया। जान बचाकर वापस आना पड़ा छात्रों को यूक्रेन से :
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में जिला के विभिन्न छात्र/छात्राएं कई वर्षों से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को अपनी जान बचाकर यूक्रेन से अचानक आना पड़ा। इस दिशा में भारत सरकार ने आपरेशन गंगा के तहत इन विद्यार्थियों की सहायता की है। जिसके लिए सभी विद्यार्थी भारत सरकार व प्रदेश सरकार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने भविष्य की चिता को भारत सरकार के प्रति सांझा करना चाहते है। सभी छात्रों की मांग को सरकार तक भेजा जाएगा। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने भी छात्रों को मदद का आश्वासन दिया है।