महाराणा प्रताप चौक के पास एचडीएफसी बैंक शाखा के बाहर हमीदा निवासी श्रवण की गोली मार हत्या कर 50 लाख रुपए लूटने पर हिस्से में आए पैसाें में से मुख्य आरोपी दिलप्रीत सिंह ने अपने माता-पिता को लाखों रुपए दिए थे। लूट के पैसों को लेने पर पुलिस ने उसके माता-पिता को भी केस में आरोपी बना लिया है।
पुलिस ने छप्पर थाना एरिया के गांव भगवानपुर निवासी दिलप्रीत सिंह के पिता बलदेव सिंह उर्फ बादी को गिरफ्तार किया है। आरोपी से पुलिस ने 15 लाख रुपए कैश बरामद किया है। पुलिस को उम्मीद है कि उससे और भी कैश मिल सकता है। इसलिए उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
वहीं पुलिस को दिलप्रीत सिंह की मां की भी तलाश है। पुलिस का दावा है कि लूटे गए कैश से उसके खाते में भी लाखों रुपए जमा किए गए। पुलिस के अनुसार बेटा लूटपाट कर रहा है, यह बात माता-पिता को पता थी और लूटे के लाखों रुपए माता-पिता बेटे से लेते थे। सीआईए-टू इंचार्ज राकेश कुमार ने बताया कि बलदेव सिंह इस केस में मुख्य आरोपी दिलप्रीत सिंह का पिता है। बलदेव सिंह को पता था कि उसका बेटा आपराधिक वारदात कर पैसे लूटकर लेकर आ रहा है। पुलिस ने दिलप्रीत के पिता बलदेव सिंह और उसकी मां को भी इस केस में धारा-120बी में आरोपी बनाया है। बलदेव को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। वहीं उसकी मां की पुलिस तलाश कर रही है।
30 जून को ट्रेस हुई थी चार बड़ी वारदात
शहर में एक के बाद एक चार बड़ी वारदात हुई। बदमाश वारदात पर वारदात कर रहे थे और पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा था। पहले निरंकारी ज्वेलर पर लूट हुई और संचालक को गोली मार घायल कर दिया। इसके बाद भोजपुर मोड़ पर वुड व्यापारी से 2.80 लाख रुपए लूटे। इसके बाद रादौर में सब इंस्पेक्टर सतीश कांबोज को गोली मारी। वहीं, 17 मई को को महाराणा प्रताप चौक के पास बदमाशों ने पुराना हमीदा निवासी श्रवण कुमार को गोली मार दी और 50 लाख, नौ हजार रुपए लूट लिए। इसमें श्रवण की मौत हो गई।
श्रवण प्रोफेसर कॉलोनी निवासी बंसल ट्रेडर्स कंपनी के संचालक अजय बंसल के पास ड्राइवर था। इस वारदात के बाद लोगों में पुलिस के खिलाफ गुस्सा दिखा। एसपी कमलदीप गोयल पर गाज गिरी और उनका ट्रांसफर कर दिया गया। नए एसपी मोहित हांडा लगाए। उन्होंने जॉइन करते ही इन्हीं वारदात को ट्रेस करने पर टीमें लगाई। जो टीमें कमलदीप गोयल के समय में वारदातें ट्रेस नहीं कर पाई, उन्हीं में से एक टीम मोहित हांडा के जॉइन करते ही 30 जून को वारदात ट्रेस कर ली थी। सबसे पहले दिलप्रीत उर्फ सर्बजीत उर्फ दिल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसके छह अन्य साथियों को गिरफ्तार किया गया। कुल सात आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। अब दिलप्रीत का पिता आठवां आरोपी गिरफ्तार हुआ है।