इंद्री 2 मई (NIRMAL SANDHU ) प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरिय विद्यालय इंद्री की तरफ से गांव गांव जाकर नशे दूर रहने के लिए लोगो को जागरूक किया जा रहा है की लोग ज्यादा से ज्यादा नशे से दूर रहे ताकि अपना जीवन अच्छे से जी सके। गांव खेड़ीमानसिंह में एक कार्यकर्म के दौरान ब्रह्मा कुमारी रजनी दीदी ने यह महावाक्य उच्चारण किया तथा ब्रह्मा कुमारी रंजनi दीदी ने 3 महीने के लिए प्रेक्टिस करने की प्रेरणा दी आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वच्छ स्वस्थ समाज विषय पर संबोधन किया। परमात्मा के साथ बातें करना सिखाए तथा ममता दीदी ने परमात्मा से जुड़ाव परमात्मा से प्रेम विषय पर संबोधन किया मूल्य निष्ट समाज क्या है हम सभी जानते हैं कि मनुष्य के जीवन की जो वैल्यू है मूल्य है वह उसके चरित्र के आधार पर है “गायन है कि बड़े भाग्य मनुष्य तन पाया “मानव तन हीरे तुल्य है परंतु यह जीवन हीरे तुल्य कब है
ब्रह्मा कुमारी रंजनi दीदी ने बताया की जब इस जीवन के अंदर दिव्यता है दिव्य गुण है पवित्रता है सरलता है मधुरता है संतुष्ट होता है यह हमारे जीवन का मूल्य है और जब यह मूल्य हमारे जीवन का स्वभाव बन जाते हैं उसे हम मूल्यनिष्ठ जीवन कहते हैं यह सब मूल्य हमारे अंदर आध्यात्मिकता से आते हैं सबको लगता है की, आध्यात्मिकता घर परिवार छुड़ाता है लेकिन आध्यात्मिकता बिखराव का नाम नहीं है आध्यात्मिकता तो जोड़ने का नाम है परमात्मा पिता शिव हमसे कहते हैं कि छोड़ना है तो व्यसन को छोड़ो बुराई को छोड़ो न कि घर परिवार को छोड़ो उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की व्यसन मुक्ति प्रोग्राम में किया गया खेड़ीमानसिंह गांव में प्रोग्राम हुआ इस प्रोग्राम में मुख्य रूप से वरिष्ठ नागरिक महिलाएं बच्चे सभी युवा शामिल थे इस कार्यक्रम में मुख्य स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत कुमारी फियोना ने किया तथा नन्ही सी कुमारी दिवशी ने स्पीच कर परमात्मा के प्रति प्रेम जागृत किया खेड़ी मानसिंह से गुड्डी बहन तथा सुनीता बहन ने स्वागत किया डॉक्टर ज्ञानचंद शर्मा ने आध्यात्मिकता पर जोर देते हुए व्यसन से मुक्त होने का अनुरोध किया और एडिक्शन क्यों होती है वह कैसे छूटे यह समझाया तथा जयप्रकाश बंसल ने वक्तव्य में व्यसन से होने वाले नुकसान बताएं व्यसन मुक्ति ड्रामा पेश किया गया इस ड्रामा में व्यसन से क्या-क्या नुकसान है यहां बहुत सुंदर आकर्षक ड्रामा था इस ड्रामा में करीब सात सदस्य ने बहुत मेहनत कर लोगों को जागृत करने का यहां कार्यक्रम किया सभी ने प्रभु पिता का स्मरण कर कार्यक्रम की इति श्री की इस कार्यक्रम में बालवीर ,संधू रविंदर ,ईश्वर, योगेश, जयप्रकाश बंसल , हितेश ,मनीष ,सचिन ,अमित , ऐसे कई युवाओं ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न करने में मदद किया
इस कार्यक्रम में करीब 200 भाई बहनों ने भाग लिया तथा बहुत खुशी का शांति का अनुभव किया सभी के प्रसन्न चेहरे खुशनुमा जीवन जीने के लिए प्रेरित किया तथा अंत में मीठा पानी पिलाकर प्रसाद वितरण किया गया तथा सबको स्लोगन दिया गया