रादौर : October. 18. 2020।। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की एक बैठक का आयोजन रादौर में किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला प्रधान कुलवंत सिंह ने की। बैठक में सरकार व शिक्षा के विभाग के नये नये नियमो को तुगलकी फरमान बताते हुए सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई गई और सरकार से तुगलकी फरमान वापिस लिए जाने की मांग की गई।
इस अवसर पर जिला महासचिव रामेश्वर बापा ने कहा कि सरकार प्रतिदिन नये नये तुगलकी फरमान जारी कर रही है। कभी शिक्षको को परिवार पहचान पत्र जैसे कार्यो में लगाया जा रहा है तो कभी नये नये मोबाइल एप्स अपलोड़ करने व छात्रो को करवाने का दबाव बनाया जा रहा है। जिससे शिक्षको को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। जबकि स्कूल में इन कार्यो से संबंधित जरूरी सामान जैसे इंटरनेट, कम्पयूटर व प्रिटंर इत्यादि उपलब्ध नहीं है। वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलो में पढऩे वाले छात्र भी गरीब परिवारो से संबंध रखते है। जिनके अधिकांश के पास एंड्रायड फोन उपलब्ध नहीं है अगर कुछ के पास है भी तो वह घर में एक ही फोन है। जिसे घर का मुखिया सुबह लेकर काम पर चला जाता है और बाद में छात्र इस मोबाईल का उपयोग नहीं कर पाते। जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित हो रही है। सरकार परिवार पहचान पत्र कार्य की आड़ में एसओपी एडवाइजरी का भी उल्लंघन कर रही है। जिससे शिक्षको में भारी रोष है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार तुगलकी फरमानो को तुरंत वापिस ले नहीं तो शिक्षक संघ सरकार द्वारा जारी किए जा रहे एप्स का विरोध करते हुए इन्हें सभी शिक्षको के मोबाईल से अनइंस्टॉल करेगे। इसके अलावा ऑन लाईन ट्रेनिंग का भी विरोध किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो शिक्षक संघ इसके विरोध में सडक़ो पर भी उतरेगें। मौके पर राज्य संयोजक जगजीत सिंह, महीपाल, राजेश, राकेश सैनी, रत्तन कश्यप, मनोज गुर्जर, मुकेश शर्मा, यशपाल, ललित, अनिल कांबोज, रोहताश, रमेश मैहला इत्यादि मौजूद थे।