निसिग : भकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि यदि किसान पर 17 लाख का कर्ज है तो डीसी रेट पर निवारगेशन करते। डीसी रेट के हिसाब से जितनी जमीन बेचने से 17 लाख पूरे होते उतनी ही जमीन की नीलामी करते। किसान के साथ सेटलमैंट करते बडी बडी इंडस्ट्रीज के साथ भी सेटलमैंट होती है। सबकी सेटलमैंट होती है। या फिर किसान को कर्ज चुकाने के लिए छह मास का समय देते। इस प्रकार बैंक कैसे पूरी जमीन की नीलामी कर सकता है। क्या नोटिस देने की पालिसी नहीं है। जो बिना नोटिस किसान की जमीन नीलाम कर दी। कुछ दलाल बैंकों के साथ मिलकर इस प्रकार के काम करते हैं।
इसमें कदम रखने वाला स्वयं जिम्मेवार होगा।
प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि आज एक किसान की जमीन पर भ्रष्टाचार के तहत नीलाम करने के प्रयास हुए हे। कल किसी ओर का नंबर है। किसानी बचाने के लिए धर्म व जाति को छोड़कर एक होना होगा। सभी किसान परिवार के सदस्य हे। इस बात को याद रखना होगा। मौके पर अखिल भारतीय किसान सभा के ब्लाक प्रधान गुलजार सिंह, फूल सिंह मंजूरा, अमन बब्बर, मुखत्यार सिंह, श्याम सिंह, महताब कादियान, फतेह सिंह झिडा, जगदीप ओलख, आशीष बस्तली, निरवैर रत्तक व जसपाल बालू मौजूद थे।
बाक्स खेत में रिषपाल ही लगाएगा धान टिकैत ने कहा कि किसान रिषपाल की जमीन नीलाम नहीं होने दी जाएगी। जमीन में हरवर्ष की भांति रिषपाल ही धान लगाएगा। भाकियू सदस्य खुद धान लगावाने जलाला में आएंगे। यदि बैंक नहीं माना तो आंदोलन चलेगा।