karnal: कमालपुर रोड़ान गांव के चार वर्षीय बच्चे जश की हत्या की कातिल उसकी चाची अंजलि ही निकली है। पुलिस जांच में सामने आया है कि जश चाची के बेड पर उल्टा लेटकर उसी के मोबाइल से वीडियो गेम देख रहा था। वह वीडियो गेम देखने में बहुत मग्न था, इसी दौरान चाची ने पीछे से मोबाइल चार्जिंग की तार से जश का गला घाेंटकर हत्या कर दी। जब तक जश की सांस बंद नहीं हुई, गला घाेंटकर रखा। गला घाेंटने के बाद कान और मुंह से भी खून निकला। हत्या करने के बाद शव को बैग में डाला और बेड में रखे रही। रात को मौका मिलने के बाद पड़ोस की छत पर शव को फेंक आई थी। हत्या क्यों की इसका कारण जानने के लिए पुलिस पूछताछ कर रही है। प्राथमिक जांच में पुलिस का कहना है कि वह साइको लग रही है।
विदित हो कि आरोपी अंजलि के पति विकास ने ही जश के लापता होने से लेकर हत्या तक का केस दर्ज करवाया था। पुलिस की सीआईए टू टीम ने आरोपी अंजलि को शनिवार को गिरफ्तार करके रविवार को इंद्री स्थित कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस की जांच में आया है कि गला घोंटकर जश की हत्या की थी। आरोपी महिला ने ही पड़ोस की छत पर बच्चे की डेडबॉडी फेंक आई थी। जिसकी छत पर डेडबॉडी डालकर आई थी उनको कहने लगी कि बच्चे को छत पर भी देख लो। कहीं कोई फेंककर चला गया हो। इसके बाद सास-बहू छत पर गई तो जश की डेडबॉडी को देखकर वह डर गई और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए उन्हांेने भी अपनी छत से दूसरे की छत पर डेडबॉडी को फेंक दिया। इस दौरान तेज आवाज को सुनकर लोग इकट्ठा हो गए और डेडबॉडी बरामद की गई। परिजनों ने हंगामा कर दिया और रंजिशन हत्या करने के आरोप लगाए गए। पुलिस 6 अप्रैल से ही इस मामले में गांव के कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए करनाल में तीन बार लगाया जाम
पुलिस की तरफ से जश हत्याकांड को लेकर स्पष्ट नहीं किया जा रहा था। इससे पीड़ितों में गुस्सा बढ़ गया और वह रविवार को ग्रामीणों के साथ शहर में पहुंच गए। लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान तीन बार जाम लगाया गया। पुलिस के समझाने के बाद वह जाम खोलते रहे। पीड़ित अमन, सुनील, संदीप का कहना है कि पुलिस असल आरोपियों का बचाव कर रही है। अंजलि अकेली हत्या नहीं कर सकती। इसमें और भी लोग शामिल हैं, उन सभी को गिरफ्तार किया जाए। सुबह 10 बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक विरोध प्रदर्शन करते रहे।
आरोपी के घर की तलाशी आने वाली ही थी कि डेडबॉडी मिल गई
5 अप्रैल को कमालपुर रोड़ान गांव के विकास ने शिकायत दी थी कि उसके ताऊ के लड़के रामफल का चार वर्षीय बच्चा जश सुबह 11:30 बजे से लापता है। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक बाबा पर शक जाहिर किया। पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध बाबा को जांच में शामिल किया, जिसमें उसकी भूमिका नहीं पाई गई। इसके बाद गांव में ग्रामवासियों के साथ पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया गया था। 6 अप्रैल सुबह पुलिस के सर्च अभियान में 10 से 12 घरों की तलाशी शेष थी कि इस दौरान बच्चे का शव एक शेड के ऊपर बरामद हुआ था।
निर्दोष को सजा : पड़ोसी के परिवार का हुआ था सामाजिक बहिष्कार
पुलिस ने संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सभी लोगांे के सवाल जवाब से अंजलि की तरफ शक की सूई घूम गई। अंजलि जश के घर जाकर विलाप भी करती रही ताकि उस पर शक न किया जाए। सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 9 अप्रैल को अंजलि को गिरफ्तार किया गया। जिस परिवार पर शक था, ग्रामीणों ने उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी कर दिया था।
पोस्टमार्टम में आई थी गला घोंटकर हत्या की बात
शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार बच्चे की हत्या गला घोंटकर की गई थी। एक बाजू पर चोट के निशान थे। इस दौरान एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए थे।
ऐसे हुआ शक: अंजलि ने पड़ोसी से कहा था अपनी छत देख लो कहीं कोई फेंक न गया हो
शुरुआत में पुलिस उन लोगों को हिरासत में लिया जिन पर पीड़ितों ने शक जाहिर किया था। उन महिलाअों ने कबूल किया कि उन्होंने डेडबॉडी दूसरे की छत पर डाली है, लेकिन हत्या नहीं की है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अंजलि ने पड़ोसी से कहा था कि अपनी छत देख लो कहीं कोई फेंक न गया हो। इसके बाद अंजलि पर पुलिस को शक हुआ। इसके बाद अंजलि से पूछताछ की गई। शुरुआत में आनाकानी करती रही। सख्ती होने पर उसने जुर्म को कबूल कर लिया गया। इससे गांव में तनाव का माहौल बढ़ गया है।
पीड़ित और आरोपी एक ही परिवार के हैं : जश की हत्या करने में एक ही परिवार के लोगों की संलिप्तता मिली है। जश के चाचा अमन ने उसके ताऊ के परिवार पर हत्या करने के आरोप लगाए थे। इनकी पूछताछ से जो आरोपी अंजलि पाई गई है, यह महिला उसके चाचा के लड़के की बहू है।
सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा
पुलिस रिमांड के दौरान अन्य आरोपियों, संदिग्धों की संलिप्तता व भूमिका के बारे में पूछताछ जारी है। इस मामले में सभी से अनुरोध है कि मामले के संबंध में भ्रामक व असत्य जानकारियां सोशल मीडिया पर न डालें। जांच एजेंसी द्वारा विश्वसनीय व वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर निष्पक्ष, उचित व त्वरित जांच सुनिश्चित की जा रही है। मामले में जिनकी संलिप्तता मिलेगी, सभी को पकड़ा जाएगा। – गंगाराम पुनिया, एसपी, करनाल।