पानीपत हरियाणा के पानीपत जिले के रोडवेज डिपो के तीन कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया। इसके साथ ही 9 कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है। पानीपत रोडवेज डिपो के जीएम कुलदीप जांगड़ा ने यह कड़ा एक्शन लिया है। एक साथ इतनी बड़ी कार्रवाई होने के बाद रोडवेज डिपो के सभी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। सस्पेंड किए गए एक कर्मचारी ने हैवी ड्राइविंग लाइसेंस सर्टिफिकेट जारी किए हैं। जिसने लाखों रुपयों की राशि का घपला किया है। वहीं, विभिन्न आरोपों में 9 कर्मचारियों को आरोप पत्र जारी किया गया है। साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
पानीपत रोडवेज जीएम कुलदीप जांगड़ा ने बताया कि प्रारंभिक जांच पड़ताल में आए तथ्यों के आधार पर सभी दोषी प्रतीत कर्मचारियों को निलंबित और चार्जशीट (आरोप पत्र) जारी किए गए हैं। विभिन्न दोषों के आधार पर 3 कर्मचारियों को निलंबित व 9 को स्पष्टीकरण पत्र जारी किया गया है। क्योंकि चालक का प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। जोकि आमजन, रोड यूजर की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है। किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार, कोताही एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सभी अभ्यर्थियों को समयबद्ध एवं नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बैच नंबर 1209 के सर्टिफिकेट जारी करने के दौरान हुआ खुलासा
इस बारे में रोडवेज जीएम कुलदीप जांगड़ा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले का खुलासा बैच नंबर 1209 के सर्टिफिकेट जारी करने के दौरान हुआ था। दरअसल, हैवी लाइसेंस की ट्रेनिंग देने के लिए ड्राइवर सुनील कुमार, ट्रेनर प्रदीप व ट्रेनर नरेश को नियुक्त किया हुआ है। इंचार्ज सुनील कुमार ने रोडवेज डिपो में एक प्राइवेट व्यक्ति को अवैध रुप से डाटा एंट्री ऑपरेटर लगाया हुआ था।
उक्त बैच नंबर 1209 में 129 लोगों को हैवी ड्राइविंग लाइसेंस दी जानी थी। इंचार्ज सुनील ने उनसे हजारों रुपए प्रति अभ्यर्थी लेकर बिना उनके आए डाटा एंट्री ऑपरेटर से हाजिरी भरवा दी। उनके सर्टिफिकेट जारी करने के लिए रोडवेज जीएम की टेबल पर साइन करने के लिए सर्टिफिकेट रख दिए। इन सर्टिफिकेटों पर साइन करने के दौरान जीएम के नजर में कई तथ्य सामने आए। जिसके बाद उन्होंने इस बारे में जांच करने के लिए AO, ADA व OS की एक संयुक्त टीम गठित कर दी। जिनकी एक माह की जांच में इस भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ।
बदल दी पूरी टीम, जांच है जारी
जीएम जांगड़ा ने सवाल पूछे जाने पर जीएम ने बताया कि इस जांच के बाद इंचार्ज समेत तीनों को सस्पेंड व चार्जशीट किया गया है। इंचार्ज के अलावा सस्पेंड किए जाने वाले दोनों कर्मियों की अन्य कई तरह की कोताही एवं लापरवाही पाई गई। वहीं, ट्रेनिंग देने वाली टीम में शामिल 9 और कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है। उन्हें आरोप पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। यह पूरी टीम बदल दी गई है। इनकी जगह नई टीम को लगाया गया है। सस्पेंड किए गए तीनों ड्राइवरों को मार्ग ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अलावा बैच 1209 में 18 लोगों के सर्टिफिकेटों कैंसिल कर उन्हें जांच में शामिल होने के बारे में कहा गया है। 11 लोगों की ट्रेनिंग को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। 100 लोगों को सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए हैं। यह बैच 1 दिसंबर से 4 जनवरी तक का था। हर 35 दिन बाद एक नया बैच बनाया जाता है। जिसमें ये इसी तरह लाखों का घपला करते आ रहे हैं।