मुंबई के बम निरोधक दस्ते का ही सदस्य था सिम्बा. ख़तरनाक आतंकवादियों और अपराधियों द्वारा मासूम ज़िन्दगियां छीनने के लिए जो विस्फोटक लगाए जाते हैं, सिम्बा उनका पता लगाता था
कुत्ते न सिर्फ़ हम इंसानों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं बल्कि हमारी सुरक्षा बलों का भी अहम हिस्सा हैं. एयरपोर्ट सिक्योरिटी से लेकर, पुलिस, सेना, बम निरोधक दस्ता, यूं कहना ग़लत नहीं होगा कि इनकी बहादुरी की कोई सीमा नहीं है. ये अपनी जान पर खेलकर हम इंसानों की जान बचाते हैं.
लैब्राडार नस्ल के सिम्बा की मौत हो गई. सिम्बा की मौत का कारण तो नहीं पता चला लेकिन इंसानों ने उसको तीन गन सैल्यूट के साथ आख़िरी अलविदा कहा. परेल स्थित वेटेरनरी अस्पताल में सिम्बा की तीन गन सैल्यूट, तमान रीति रिवाज़ के साथ अंतिम विदाई हुई.
अभिषेक जोशी नामक ट्विटर यूज़र ने सिम्बा की तस्वीर शेयर की है. इस तस्वीर को देखकर कोई भी भावुक हो जाएगा.