Lata Mangeshkar: भारत रत्न से सम्मानित मशहूर गायिका लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई में निधन हो गया. लता मंगेशकर कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के हल्के लक्षण थे. अपने 70 साल से भी ज्यादा लंबे करियर में स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने कई बेहतरीन गाने गाए और अपनी खूबसूरत आवाज से लोगों के दिलों-दिमाग में छाई रहीं. यहां हम उनके बारे में कुछ ऐसे फैक्ट्स बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.
कलाकारों के परिवार में हुआ लता मंगेशकर का जन्म – लता मंगेशकर कलाकारों के परिवार से ताल्लुक रखती थीं. उनके पिता एक थिएटर कंपनी चलाते थे. दोनों बहनों (लता और आशा भोंसले) ने जब गाना शुरू किया तो उनका मकसद अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाना था. स्टारडस्ट के साथ एक पुराने इटंरव्यू में उन्होंने कहा है, “ऐसा हुआ कि एक बार मेरे पिता ने अपने शिष्य को कुछ काम खत्म करने के दौरान एक राग का अभ्यास करने के लिए कहा. मैं पास ही खेल रही थी और अचानक उस राग के एक स्वर ने मुझे झकझोर कर रख दिया. और अगले ही मिनट, मैं उसे करेक्ट कर रही थी. जब मेरे पिता लौटे, तो उन्होंने अपनी ही बेटी में एक शिष्य की खोज की.
(Photo: Express Archive)
लता मंगेशकर का पहला गाना फिल्म से हटा दिया गया था – लता ने अपने करियर का पहला गाना “नाचू या गाड़े, खेलो सारी मणि हौस भारी” 1942 में एक मराठी फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया, जिसका नाम ‘किटी हसाल’ था. लेकिन दुर्भाग्य से इस गाने को फिल्म के फाइनल कट से हटा दिया गया. (Photo: Express Archive)
गाना रिकॉर्ड करते समय बेहोश हो गई थीं लता मंगेशकर – म्यूजिक कंपोजर नौशाद के साथ एक गाना रिकॉर्ड करते समय लता एक बार बेहोश हो गई थीं. उन्होंने फ़र्स्टपोस्ट के साथ एक इंटरव्यू में इसका खुलासा करते हुए कहा, “हम दोपहर में एक गाना रिकॉर्ड कर रहे थे. आप जानते हैं कि गर्मियों में मुंबई कैसे हो जाती है. उन दिनों रिकॉर्डिंग स्टूडियो में एयर कंडीशनिंग नहीं थी और यहां तक कि अंतिम रिकॉर्डिंग के दौरान सीलिंग फैन को भी बंद कर दिया गया था. बस, मैं बेहोश हो गई.” (Photo: Express Archive)
लता दीदी ने कभी नहीं सुने अपने गाने –
लता मंगेशकर ने एक बार बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए कहा था कि वह अपने गाने नहीं सुनती हैं. उन्हें लगता है कि अगर वह अपने गाने सुनेंगी तो उन्हें इसमें सौ गलतियां मिलेंगी. (Photo: Express Archive)
उनके पसंदीदा म्यूजिक डायरेक्टर थे मदन मोहन- लता जी ने कहा था कि उन्होंने जिस बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम किया और जिसके साथ उनका विशेष जुड़ाव था, वह मदन मोहन थे. उन्होंने 2011 के कलेक्टर के आइटम कैलेंडर ‘तेरे सुर और मेरे गीत’ में कहा, “मेरा मदन मोहन के साथ एक खास रिश्ता है. यह एक भाई और बहन का रिश्ता था.” (Photo: Express Archive)
राज्यसभा सांसद थीं लता मंगेशकर – लता मंगेशकर साल 1999 से 2005 तक राज्यसभा में सांसद थीं. उन्हें साल 1999 में राज्यसभा (उच्च सदन) के लिए नामांकित किया गया था. वह अपने इस कार्यकाल से खुश नहीं थीं और उन्होंने दावा किया वे इसमें शामिल नहीं होना चाहती थीं. (Photo: Express Archive)
पूरी दुनिया में हैं लता मंगेशकर के चाहने वाले-
लता दीदी के चाहने वाले सिर्फ भारत में नहीं हैं. उनकी सुरीली आवाज के दीवाने दुनिया भर में पाए जाते हैं. उन्हें प्रतिष्ठित रॉयल अल्बर्ट हॉल, लंदन में परफॉर्म करने वाली पहली भारतीय होने का सम्मान प्राप्त है. फ्रांस की सरकार ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 2007 में लीजन ऑफ ऑनर के अधिकारी से भी सम्मानित किया. (Photo: Express Archive)
लता मंगेशकर ने बनाया था गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड- साल 2011 में लता मंगेशकर का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली सिंगर के तौर पर दर्ज हुआ. लेकिन मोहम्मद रफ़ी ने इस दावे का विरोध किया. हालांकि, बुक में लता का नाम बना रहा लेकिन उसमें रफ़ी के दावे का भी ज़िक्र किया गया. लता मंगेशकर के इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को उनकी छोटी बहन और दिग्गज सिंगर आशा भोसले ने तोड़ा था. (Photo: Express Archive)
लता ने ओपी नैयर के साथ नहीं किया कभी काम-
अपने लंबे करियर में, लता ने महानतम भारतीय संगीतकारों और संगीत निर्देशकों के साथ काम किया, लेकिन उन्होंने ओपी नैयर के साथ कभी काम नहीं किया. (Photo: Express Archive)
लता मंगेशकर ने आखिरी बार 2019 में रिकॉर्ड किया था गाना – लता मंगेशकर ने अपना आखिरी गीत ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’ को साल 2019 में रिकॉर्ड किया. जिसे मयूरेश पई ने भारतीय सेना और राष्ट्र को श्रद्धांजलि के रूप में कंपोज किया था. इसे यह 30 मार्च, 2019 को रिलीज किया गया था. (Photo: Express Archive)