हरियाणा के अंबाला में 5-6 नवंबर को स्पेशल बसों का प्रबंधन करना रोडवेज के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है, क्योंकि 2 दिन CET एग्जाम के साथ-साथ यमुनानगर में कपाल मोचन मेला शुरू हो गया है। परीक्षा के दिन पंजाब और अंबाला से कपाल मोचन मेले में जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त बस चलाना परिवहन विभाग के लिए बड़ी चुनौती है।
यमुनानगर के बिलासपुर स्थित प्रसिद्ध ऐतिहासिक तीर्थ स्थल कपाल मोचन शुरू हो चुका है। 4 से 8 नवंबर तक चलने वाले इस 5 दिवसीय मेले में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है।
अंबाला से भेजी 10 विशेष बस
शुक्रवार से साधु प्रवेश शाही स्नान के साथ मेले की शुरुआत हो गई है। मेले में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को अंबाला कैंट बस स्टैंड से श्रद्धालुओं के लिए करीब 10 विशेष बसे मेले में भेजी जा चुकी है, लेकिन कल से श्रद्धालुओं की संख्या में और ज्यादा इजाफा होने की संभावना है।
बेहतर व्यवस्था बनाने में जुटा रोडवेज विभाग
अंबाला कैंट बस स्टैंड SS अजीत सिंह ने बताया कि पिछले साल 70 से 80 विशेष बसें कपाल मोचन मेले में लगाई गई थी। आज भी 8 से 10 विशेष बस कपाल मोचन मेले में भेजी गई है। बताया कि रोडवेज विभाग 5-6 नवंबर को परीक्षार्थियों और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था बनाने में जुटा है, ताकि CET एग्जाम देने वाले अभ्यर्थियों को भी दिक्कत न हो और श्रद्धालुओं को भी इधर-उधर न भटकना पड़े।