अतिक्रमण की जद में फुटपाथ : चार दिन तक अभियान चलाकर थक जाते निगम कर्मचारी

यमुनानगर : ट्विन सिटी में फुटपाथ अतिक्रमण की जद में हैं। सड़कों के साथ-साथ पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए ये फुटपाथ दुकानदारों व रेहड़ी मालिकों के काम आ रहे हैं। हालांकि सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है, लेकिन इसका असर एक दो दिन ही दिखाई देता है। दुकानदार अगले ही दिन फुटपाथ पर सामान सजा लेते हैं। नियमित रूप से अभियान न चलाए जाने के कारण समस्या ज्यों कि त्यों बनी रहती है। यमुनानगर में बाइपास चौक से जोड़ियों तक, रेलवे स्टेशन रोड, फव्वारा चौक से महाराणा प्रताप चौक तक, महाराणा प्रताप चौक से रेलवे वर्कशाप रोड, जगाधरी में खेड़ा बाजार, नगर निगम कार्यालय के सामने सहित अन्य कई जगह फुटपाथ दुकानदारों के ही काम आ रहे हैं।

यहां तक नहीं पहुंचती टीम

सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए नगर नगर निगम की टीम कार्रवाई जरूर करती है, लेकिन यह कुछ ही सड़कों तक सीमित रहती है। बाइपास चौक से जोड़ियों तक सड़क की चौड़ाई बढ़ाए जाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाया। सड़क की जितनी चौड़ाई बढ़ाई गई थी, वह दुकानदारों के काम आ रही है। दुकानें खोलते ही दुकानदार यहां सामान रख लेते हैं। इस सड़क पर वाहनों का दबाव भी अधिक है, लेकिन सड़क संकरी होने के कारण परेशानी बढ़ रही है। पैदल चलने वालों को तो सड़क पर जगह ही नहीं मिलती।

नियमित कार्रवाई हो तो बने बात

कार्रवाई हो तो बने बातशहरवासी आशीष कुमार, नीरज, विक्रांत व सुरेंद्र का कहना है कि शहर की सड़कों पर वाहनों का तांता लगा रहता है। वाहन चालक तो सड़क पर चलता है, लेकिन पैदल चलने वालों के लिए परेशानी बढ़ गई है। इनके लिए फुटपाथ जरूर बनाए गए, लेकिन जिस उद्देश्य से बने हैं, वह पूरा नहीं हो पा रहा है। शहर में पैदल यात्री सुरक्षित नहीं है। सड़कों पर चलना मजबूरी है। ऐसे में दुर्घटनाएं होना आम बात हो चुकी है। नगर निगम प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि पैदल चलने वाला भी सुरक्षित रहें। –———–

सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या का काफी हद तक समाधान हो गया है। अभी भी यदि कहीं यह समस्या आ रही है तो निगम की ओर से कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया जाता है।

अशोक कुमार, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर।

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