यमुनानगर :
जगाधरी अनाज मंडी में गेहूं की बोरियों पर पानी डालकर वजन बढ़ाने के तीनों आरोपितों सुमित, अमित व लखविद्र को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अभी इस मामले में मुख्य आरोपित खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर कपिल जाखड़ व चौकीदार अजीत कुमार की तलाश है। सेक्टर 17 थाना प्रभारी जसबीर सिंह ने बताया कि मामले में विभाग के सहायक उपनिरीक्षक वीरेंद्र कुमार की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। पकड़े गए तीनों आरोपितों ने पूछताछ में कबूला है कि वह इंस्पेक्टर कपिल के कहने पर बोरियों पर पानी डाल रहे थे। तीन दिन से यहां पर पानी डाला जा रहा था। पूरा मामला इंस्पेक्टर कपिल के पकड़े जाने पर ही खुल सकेगा।
सीएम फ्लाइंग की टीम ने शनिवार को जगाधरी अनाज मंडी में छापा मारा। यहां पर गेहूं की बोरियों पर तीन लोग पानी डाल रहे थे। जिस पर टीम ने तीनों आरोपितों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गांव छुटमलपुर निवासी सुमित, करनाल के गांव बुटाना निवासी अमित व जगाधरी थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर निवासी लखविद्र को पकड़ा। छापे के दौरान मौके से खाली बोरियां बरामद हुई थी। काफी बोरियां ऐसी थी। जिनमें परखी मारकर गेहूं निकाला गया था। इनकी हाथ से सिलाई की गई थी। यहां पर खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर कपिल की मिलीभगत से गेहूं की बोरियों का वजन बढ़ाया जा रहा था, ताकि यहां से चोरी किया गया गेहूं पूरा किया जा सके। छापे के दौरान मौके से ड्रम, टैंकर व अन्य सामान मिला था। जिसे भी जब्त कर लिया गया।
तीन दिन से चल रहा था खेल :
पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि तीन दिन से वह रोजाना रात को गेहूं की बोरियों पर पानी डाल रहे थे। इंस्पेक्टर कपिल ने उन्हें पानी डालने के लिए कहा था। रोजाना बोरियों से गेहूं निकालकर पानी डाल देते थे। जिससे वजन पूरा किया जा सके। रविवार को यहां से स्टाक भी निकलना था। इसलिए वजन बढ़ाया जा रहा था। तीनों आरोपित बतौर चौकीदार यहां पर लगाए गए थे। इनमें लखविद्र कौशल निगम पोर्टल के तहत लगा हुआ था। जबकि अमित व सुमित को जल्द ही पोर्टल के तहत विभाग में लगवाने का आश्वासन दिया गया था। इस पूरे खेल में इंस्पेक्टर कपिल के साथ-साथ एक अन्य चौकीदार अजीत कुमार भी आरोपित है। पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।
विभाग ने भी शुरू की जांच :
जगाधरी अनाज मंडी में गेहूं खरीद के बाद डीएफएससी विभाग ने शेड के नीचे गेहूं का स्टाक लगाया हुआ था। मंडी में सीजन न होने के कारण अब ज्यादा लोगों की आवाजाही नहीं होती। जिसका फायदा उठाकर गेहूं पर पानी डाला जा रहा था। इस पानी में कैमिकल भी मिलाया गया था, जिससे गीला होने पर गेहूं में दुर्गंध न हो। वहीं डीएफएससी कुशल बूरा ने बताया कि इस मामले में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जिस इंस्पेक्टर पर आरोप लगे हैं। उसका भी पक्ष लिया जाएगा। उसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।