पुराना रादौर रोड फाटक पर बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण जनवरी 2023 तक पूरा होना था, लेकिन अब ये जनवरी की बजाए छह माह बाद जुलाई तक पूरा होने की संभावना अधिकारी जता रहे हैं। इसका मतलब है कि शहर निवासियों का बगैर जाम के इस तरफ से गुजरने का इंतजार छह माह और बढ़ गया है।
निर्माण पीडब्ल्यूडी और रेलवे मिलकर कर रहे हैं। ये रास्ता बंद होने से रादौर रोड बाजार के साथ शहर के अन्य लोग परेशानी झेल रहे हैं। पुराना रादौर रोड फाटक की रेलवे क्रॉसिंग बंद है। इस कारण से इस फाटक के रास्ते होने वाली शहर की कुरुक्षेत्र-सहारनपुर मार्ग से कनेक्टिविटी भी बंद हो गई है। लोगों की आवाजाही न होने से रादौर रोड बाजार का काम प्रभावित हुआ है। लाइन पार के दोनों तरफ बसें शहर निवासियों को बाईपास से घूमकर आना पड़ रहा है।
ऐसे होना है आरओबी का निर्माण
पुराना रादौर रोड के रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज की लंबाई साढ़े सात सौ मीटर और चौड़ाई 33 मीटर होगी। इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी व रेलवे मिलकर कर रहे हैं। रेलवे ट्रैक के ऊपर करीब 150 फीट हिस्से का निर्माण रेलवे को करना है, जबकि फाटक के दोनों ओर 300-300 फीट का निर्माण पीडब्ल्यूडी कर रहा है। पीडब्ल्यूडी ने जुलाई-2021 में इसका वर्क अलॉट कर सितंबर-2021 में काम शुरू किया गया। तब जनवरी 2023 तक काम पूरा करने का टारगेट था।
इसलिए भी बंद है रेलवे क्रॉसिंग
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर मालगाड़ियों के अलग रेल ट्रैक प्रोजेक्ट के चलते शहर के बीच पांसरा, जमना गली, पुराना रादौर रोड के रेलवे फाटक पर रोड क्रॉसिंग बंद की गई है। ग्रे प्लेकन के नजदीक फाटक पर अक्टूबर-2021 से अंडरपास का निर्माण व पुराना रादौर रोड के फाटक पर फरवरी-2022 से ओवरब्रिज निर्माण का काम चल रहा है।
बिजली के पोल शिफ्ट हुए तो 3 माह से लटका काम शुरू
पीडब्ल्यूडी के हिस्से में रेलवे फाटक के दोनों तरफ के निर्माण कार्य में कई माह बिजली निगम के खंभे व तार बाधा बने रहे। काफी समय बाद बिजली निगम ने खंभे शिफ्ट करने का काम पूरा कराया है। इस कारण करीब तीन माह से अधर में लटका निर्माण कार्य अब दोबारा शुरू हुआ है। रेलवे ने भी रेलवे ट्रैक पर ओवरब्रिज का काम शुरू कर दिया है। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन नवीन खत्री का कहना है कि ओवरब्रिज का काम 50 फीसद पूरा है। शेष 50 प्रतिशत काम छह माह में पूरा हो जाए, इसके लिए काम में तेजी लाई जा रही है।