, यमुनानगर : नवरात्र के पहले दिन ही कुट्टू का आटा खाने से आजाद नगर कालोनी व राजा राम कालोनी के 44 लोगों की हालत बिगड़ गई। इन्हें शनिवार को ही रात में अस्पताल में दाखिल कराया गया। रविवार की सुबह होने पर सभी को छुट्टी दे दी गई। वहीं कुट्टू से इतने लोगों की हालत बिगड़ने के बाद प्रशासन हरकत में आया। स्वास्थ्य विभाग व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। जिन लोगों के घरों में कुट्टू का आटा रखा था। उसका सैंपल लिया गया। साथ ही दुकानदारों को हिदायत दी गई कि वह कुट्टू का आटा न बेचें। अब जिन दुकानदारों के पास कुट्टू का आटा था। उन्होंने भी उसे नष्ट कर दिया या फिर छिपा दिया। गत वर्ष भी कुट्टू के आटे से जगाधरी क्षेत्र के काफी लोग बीमार हो गए थे। सरकारी अस्पताल में बेड कम पड़ गए थे। बाद में प्रशासन ने सैंपलिग करवाई थी।
कुट्टू का आटा खाने से केवल आजादनगर कालोनी के ही लोगों की हालत नहीं बिगड़ी थी। राजा राम कालोनी व छोटा माडल टाउन के भी कई लोगों की हालत बिगड़ी। अस्पताल में राजा राम कालोनी निवासी पूजा मल्होत्रा व उसके बेटे अर्जुन को भी उल्टी लगने पर दाखिल कराया गया। इन्होंने भी कुट्टू का ही आटा खाया था। इसी तरह से आजादनगर कालोनी के जसबीर सिंह व भूपेंद्र कौर को भी उल्टियां लग गई थी। स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डा. वागीश गुटैन ने बताया कि 44 मरीजों की हालत कुट्टू का आटा खाने से बिगड़ी थी। अब इनकी छुट्टी हो गई है। पांच सैंपल लिए गए कुट्टू के आटे के :
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कुट्टू के पांच सैंपल लिए हैं। पूछताछ में दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने यह आटा शिवाजी मार्केट स्थित सुरेंद्रा एंड संस से लिया था। हालांकि वहां पर अब टीम को आटा नहीं मिला, क्योंकि नवरात्र की वजह से पहले ही करियाना दुकानदार उसके पास से लेकर चले गए थे। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. प्रेम कुमार ने बताया कि व्रत के दिनों में कुट्टू का आटा खाने से परहेज करना चाहिए। यदि किसी को खाना है, तो उसकी गंध देख लें। यदि आटे से गंध आ रही है, तो वह खराब है। ऐसे आटे का प्रयोग न करें।