जांच में झोल!:एसआईटी का दावा-हवालात की सीसीटीवी फुटेज रिकॉर्ड नहीं हुई, युवक को पीटने के आरोप में इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर को क्लीन चिट

फर्कपुर थाना के तत्कालीन प्रभारी दिनेश कुमार और जांच अधिकारी चुन्नी लाल पर हवालात और बीच सड़क पर हरिनगर निवासी शंभू प्रसाद को पट्टे से पीटने के मामले में क्लीन चिट दे दी गई। एसआईटी की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि फर्कपुर थाना के हवालात पर सीसीटीवी तो लगा था और वह उस रात चल भी रहा था, लेकिन उसकी रिकॉर्डिंग नहीं हो रही थी। इससे हवालात में पीटने की बात एसआईटी की जांच में साबित नहीं होती। वहीं, दूसरा बीच सड़क पर पीटने की बात को जीपीएस सिस्टम ने झुठला दिया।

एसआईटी का दावा है कि सरकारी गाड़ी में लगे जीपीएस की रिपोर्ट बताती है कि कन्हैया चौक से महाराणा प्रताप चौक के बीच गाड़ी नहीं रुकी। वहीं, शंभू को डीआरओ के सामने पेश किया, उस समय उसने पिटाई का जिक्र नहीं किया। एसआईटी की रिपोर्ट के बाद अब सवाल उठ रहा है कि शंभू ने गृह मंत्री अनिल विज और अधिकारियों को कमर पर पट्टे से पिटाई के जो निशान दिखाए थे वे किसकी पिटाई से हुए। शंभू का कहना है कि एसआईटी ने सही जांच नहीं की।

उधर, इस मामले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट जयचंद चौहान ने कहा कि उन्होंने आरटीआई में पूरी रिपोर्ट ली है। जिसमें पुलिस ने लीपापोती की है। इसे लेकर लड़ाई जारी रहेगी। गरीब व्यक्ति को पट्टे से पीटा गया। उनके पास सबूत हैं। वहीं, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार और जांच अधिकारी चुन्नी लाल ने एसआईटी को अपना पक्ष देते हुए कहा कि उन्होंने शंभू के साथ मारपीट नहीं की।

चालान कर शंभू को डीआरओ के सामने पेश किया गया। वहां उसने शरीर पर चोट लगने और मारपीट की बात नहीं की। शंभू ने झूठे आरोप लगाए हैं। वह अपनी पत्नी की तरफ से दर्ज केस में अपने हिसाब से धाराएं लगवाना चाहता था, लेकिन पुलिस ने डॉक्टर की रिपोर्ट के हिसाब से धाराएं लगाई। इसी से वह उनसे रंजिश रखे हुए था।

अगस्त माह में शंभू ने गृहमंत्री विज को दी थी शिकायत
यमुनानगर के हरिनगर निवासी शंभू प्रसाद ने अगस्त माह में गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत दी थी कि 28 जुलाई को रात 10 बजे फर्कपुर थाना में तैनात पुलिस कर्मी चुन्नी लाल उसे डीडी नंबर-2 की धारा-107/151 में गिरफ्तार कर थाने ले गया। रात करीब 12 बजे उसे एसएचओ और जांच अधिकारी चुन्नी लाल ने उसे हवालात में पीटा। वहीं, उसका मेडिकल करवा कर थाने ले जाते हुए बीच रास्ते में गाड़ी रोक कर बेल्ट के पट्टे से पीटा।

शंभू ने शिकायत में बताया था कि उसकी पत्नी ने मारपीट का एक केस रवि और अन्य पर कराया हुआ था। पुलिस इस मामले में सही जांच नहीं कर रही थी। इसकी उसने शिकायत एसपी को दी थी। इसी रंजिश में पुलिस ने उसके साथ ऐसा किया। थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज से साफ हो जाएगा कि उसके साथ थाने में मारपीट की गई। बता दें कि इस शिकायत के बाद इंस्पेक्टर दिनेश को लाइन हाजिर कर दिया गया था।

जांच कमेटी की रिपोर्ट
जांच के लिए उप पुलिस अधीक्षक कंवलजीत सिंह के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई। रिपोर्ट में एसआईटी ने कहा कि शंभू ने कहा कि उप निरीक्षक चुन्नी लाल ने कन्हैया चौक से महाराणा प्रताप चौक के बीच गाड़ी रोक कर पीटा। सरकारी गाड़ी के जीपीएस रिकार्ड के अनुसार इस एरिया में गाड़ी रुकी ही नहीं। डीआरओ के सामने पेश होने के दौरान शंभू और उसके दो अन्य साथियों ने पुलिस द्वारा पिटाई करने की बात नहीं कही। वहीं, शंभू के साथ हवालात में बंद हरि प्रसाद, परशुराम, सरोज के बयान लिए उन्होंने कहा कि शंभू के साथ कोई मारपीट नहीं हुई।

वहीं फर्कपुर थाना प्रभारी दिनेश के सरकारी नंबर की कॉल डिटेल के अनुसार उस रात 12 बजकर 45 मिनट पर वे थाने से चले गए थे। हवालात में लगे सीसीटीवी की फुटेज के लिए एक्सपर्ट कुलदीप को बुलाया गया। उसने चेक कर बताया कि वहां पर लगे सीसीटीवी की डिस्प्ले तो चल रही थी, लेकिन टेक्निकल दिक्कत की वजह से वह हार्ड डिस्क में स्टोर नहीं हुई। इससे फुटेज नहीं मिल पाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *