हरियाणा के यमुनानगर में भारतीय किसान यूनियन ने बारिश से खराब धान की फसल का मुआवजा देने की मांग की। यूनियन ने इसको लेकर एसडीएम सुशील कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यूनियन के उप प्रधान संदीप संखेडा ने कहा कि बारिश के कारण किसानों की धान बिल्कुल खत्म हो गई है। पहले गेहूं की फसल भी खराब हो गई थी।
सरकार किसानों को बर्बाद करना चाहती है। आज तक सरकारी खरीद भी शुरू नहीं की, जबकि मंडियों में 10 सितंबर से धान की फसल आ चुकी थी। आढ़तियों को भी नए-नए कानून बनाकर परेशान किया जा रहा है। आढ़तियों की हड़ताल का सीधा असर किसान की धान की फसल पर पड़ रहा है। बारिश में खराब हुई फसल का सरकार तुरंत सर्वे कराए और आढ़तियों की मांगें मानी जाएं। सरकार आढ़ती और किसान को बर्बाद करके कॉरपोरेट घरानों के यहां मजदूरी करवाना चाहती है।
संदीप संखेड़ा ने कहा कि जिले की पूरी मंडियों में मार्केट कार्यालय में किसानों के लिए बैठने का इंतजाम किया जाए। हर मंडी में भारतीय किसान यूनियन की टीम मौजूद रहेगी, ताकि किसी भी किसान को दिक्कत ना आए। उन्होंने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों से पंगा ना लें।
आज किसान सरकार की गलत नीतियों के कारण बर्बाद हो रहा है। अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो भारतीय किसान यूनियन कड़ा फैसला लेगी और आढ़तियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी।