हरियाणा के यमुनानगर में सड़कों व कॉलोनियों में जगह-जगह खड़े लोहे के पोल को हटाने की तैयारी बिजली निगम के अधिकारियों ने पूरी कर ली है। वैसे तो लोहे के पोल जगाधरी व यमुनानगर दोनों शहरों में खड़े हैं, परंतु सबसे पहले जगाधरी से पोल हटाने का निर्णय लिया है। क्योंकि जगाधरी में पोल की संख्या ज्यादा है। दूसरा यह तंग गलियों व सड़कों पर खड़े हैं। ऐसे में वहां होने वाले हादसों को देखते हुए पहले पोल हटाए जाएंगे। जगाधरी में पोल हटाने पर करीब सवा करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
दोनों शहरों में 1100 से 1200 लोहे के पोल
ज्यादातर पोल ऐसे हैं जिन पर तारों का जाल बिछा पड़ा है। जिन्हें देख कर पता भी नहीं चलता कि पोल से तार कहां-कहां जा रहे हैं। जगाधरी व यमुनानगर में लोहे के पोल की संख्या एक हजार से 1200 तक बताई जा रही है। इसमें से 600 लोहे के पोल तो केवल जगाधरी शहर में ही खड़े हैं। इन पोल से बिजली की 11केवीए के तार गुजर रहे हैं।
नगर निगम के म्युनिसिपल टैक्स से जुटाएंगे खर्च
शहरी क्षेत्र में लोगों को जो बिजली बिल मिलते हैं उनमें दो प्रतिशत म्युनिसिपल टैक्स भी लग कर आता है। टैक्स की यह राशि नगर निगम को जमा कराई जाती है। जब तक पोल हटाने का खर्च पूरा नहीं होगा तब तक यह टैक्स नगर निगम की बजाय बिजली निगम अपने पास रखेगा।
पोल हटाने के लिए शिक्षा एवं वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी नगर निगम को पत्र लिख चुके हैं। लोहे के पोल हटाने के बाद उनकी जगह सीमेंट के पोल लगाए जाने हैं। इसके लिए पहले नगर निगम को बिजली निगम को सवा करोड़ रुपए जमा कराने की जरूरत पड़ेगी, लेकिन नगर निगम का खजाना पहले ही खाली पड़ा है। इतनी राशि जमा कराने में निगम अधिकारी भी सक्षम नहीं है। ऐसे में बिजली निगम इस राशि की भरपाई शहरी क्षेत्र के बिजली बिलों में लग कर आ रहे म्युनिसपिल टैक्स से करेगा।
करंट लगने का रहता है खतरा
बारिश के दिनों में लोहे के पोल में करंट भी आ जाता है। जिनकी चपेट में कई लावारिस पशुओं की मौत हो चुकी है। पोल हटाने के लिए लोग कई बार बिजली निगम के अधिकारियों को मांग पत्र भी दे चुके हैं। जगाधरी की जिन सड़कों व गलियों में लोहे के पोल खड़े हैं वह काफी संकरी हैं। इसलिए अक्सर लोगों के वाहन इनसे टकराते रहते हैं।
जल्द हटाएंगे पोलः राजेंद्र कुमार
बिजली निगम के एसई राजेंद्र कुमार का कहना है कि पहले चरण में जगाधरी शहर से करीब 600 लोहे के पोल हटाने की योजना बनी है। पोल हटाने पर जो खर्च आएगा वह बिल में लगने वाले म्युनिसिपल टैक्स से लिया जाएगा। पोल हटने से लोगों को काफी राहत मिलेगी।