यमुनानगर :
हरियाणा से उत्तर प्रदेश व हिमाचल जा रहे भूसे को रोकने बारे पुलिस की कार्रवाई से डेयरी व्यवसायी संतुष्ट नहीं है। चारों डेयरी कांप्लेक्स से व्यावसायियों ने मिलकर कलानौर-कैल बाईपास पर नाका लगाया। 11 ट्राले व पांच ट्रक पकड़कर पुलिस को सौंपे, लेकिन इनमें से एक भी वाहन चारा मंडी तक नहीं पहुंचा। व्यावसायियों को इस बात मलाल है। उनका कहना है कि रात भर पहरा देकर उनको कोई लाभ नहीं हो रहा है। जो वाहन वह पकड़वाते हैं, उनको पंजाब से आए बताकर छोड़ दिया जाता है। इस बारे न पुलिस और न ही मार्केट कमेटी की ओर से ठोस कार्रवाई की जा रही है।
आदेशों की हो रही अवहेलना :
डेयरी व्यवसायी जितेंद्र लांबा, संजय पाहवा, इंद्र पंडित, दीपु पंडित, श्रवण, हैप्पी गिल, भूरा, मिलकेश फौजी ने बताया कि उन्होंने रात भर पहरा देकर 16 वाहन पकड़वाए। इनमें 11 ट्रालियां व पांच ट्रक शामिल हैं। उन्होंने बकायदा वाहनों की वीडियोग्राफी भी की। मौके पर अधिकांश वाहन चालकों ने बताया कि उन्होंने यमुनानगर के ही विभिन्न गांवों से भूसा लोड किया है। बावजूद इसके उनको सीमा पर जाने दिया जा रहा है। जबकि डीसी की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि जिले से भूसा किसी दूसरे राज्य में नहीं जाएगा।
व्यवसायियों ने इस लिए लिया निर्णय
डेयरी कांप्लेक्स में इन दिनों भूसे का संकट है। दिनोंदिन स्थिति विकट बनती जा रही है। डेयरी व्यवसायियों ने बताया कि पूर्व में हुई कार्रवाई से नाराज व्यवसायियों ने खुद ही सड़कों पर रहने का निर्णय लिया है। कलानौर नाके से ऐसे वाहनों के गुजरने की संभावना अधिक रहती है। इसके अलावा हिमाचल जाने वाले वाहन प्रतापनगर से होकर निकलते हैं। ये वाहन भूसा लादकर रात के समय ही गुजरते हैं। बता दें कि गत दिनों जिन वाहनों को पकड़ा था, उनको पंजाब से आए बताकर पुलिस ने छोड़ दिया था। उसके बाद एसडीएम सुशील कुमार से मुलाकात के बाद नियमित रूप से नाका लगाए जाने की योजना बनी।