किसानों ने खेतों से डाली जाने वाली बिजली की की 66केवी लाइन विरोध शुरू कर दिया है। इसे लेकर डीसी के नाम तहसीलदार को ज्ञापन दिया। गांव सुढैल-सुढल निवासी कृष्ण, अर्जुन, राकेश, बलवंत सिंह, अमित कुमार, रामनिवास, बसंत, कर्ण सिंह व रवि मेहला ने बताया कि उनके खेतों से बिजली की नई लाइन डाली जाएगी। इससे उनके खेत दो भागों में बंट जाएंगे। इससे पहले उनकी जमीन रेलवे लाइन, दादुपुर नलवी नहर के चलते दो भागों में बंट गई थी। उसका उन्हें सही मुआवजा नहीं मिला।
अब फिर उनके गांव से बिजली लाइन निकाली जा रही है। जिससे किसानों की जमीन दो हिस्सों में बंट जाएगी। किसानों के पास पहले ही बहुत कम जमीन बची है। अगर यह 66 केवी की लाइन जाती है तो किसानों के पास खेती करने के लिए जमीन नहीं बचेगी। किसान जमीन देने को तैयार हैं, लेकिन किसानों की मांग है कि उन्हें मार्केट रेट का 100 प्रतिशत मुआवजा दिया जाए, ताकि किसान कहीं दूसरी जगह जाकर जमीन खरीद कर खेती कर सकें ।