यमुनानगर में डीसी से बात करते रामस्वरुप ब्रह्मचारी।
हरियाणा के यमुनानगर के बिलासपुर में कपाल मोचन मेले में भंडारे के लिए साधु समाज से मेला बोर्ड द्वारा 5 हजार रुपए शुल्क लिया जा रहा है। इसको लेकर गुरुवार को रामस्वरुप ब्रह्मचारी आश्रम के संस्थापक ने मेले में संत समाज द्वारा भंडारे का आयोजन करने के लिए जगह निशुल्क दिए जाने की मांग को लेकर डीसी से मुलाकात की।
रामस्वरुप ब्रहमचारी ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साधु संत समाज को आश्वासन दिया था कि मेले में भंडारा लगाने के नाम पर श्राइन बोर्ड की तरफ से किसी प्रकार की कोई पर्ची नहीं काटी जाएगी। इस बार भी मेले में भंडारा लगाने के लिए साधु समाज से 5 हजार रुपए लिए जा रहे हैं। देश के किसी भी कोने में होने वाले मेले में साधु समाज से किसी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता। केवल यमुनानगर के कपालमोचन मेले में ये शुल्क लिया जा रहा हे।
भंडारे के लिए 5 हजार रुपए लेने पर भड़के साधु।
श्राइन बोर्ड से कई बार इसको लेकर बात की गई, लेकिन बार बार 5 हजार रुपए की पर्ची जिला प्रशासन की ओर से काटी जाती है। अब डीसी ने उनकी मांगों पर शाम तक विचार करने का आश्वासन दिया है। रामस्वरुप ब्रहमचारी ने बताया कि साधु समाज के लोग हर जगह जाते हैं, जहां पर उनकी लिए सभी सुविधाएं निशुल्क होती है।