संवाद सहयोगी, जगाधरी। शहर के नाले गंदगी से अटे पडे़ हैं। नगर निगम अधिकारी फिलहाल इनकी सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बरसात के दिनों में आनन फानन में टीमें गठित कर लाखों रुपये सफाई के नाम पर खर्च किए जाएंगे। बावजूद इसके हर साल नाले ओवरफ्लो होने की वजह से शहर पानी में डूब जाता है। खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। शहरवासियों का कहना है कि अगर नियमित रूप से नालों की सफाई पर ध्यान दिया जाए, तो कालोनियों में होने वाले जलजमाव की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। नालों में दो से तीन फीट जमी है गाद :
नाम न छापने की शर्त पर नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि कई महीनों से नालों की सफाई न होने की वजह से उसमें दो से तीन फीट तक गाद जमी हुई है। इसके अलावा प्लास्टिक व अन्य चीजों भी भरमार है। जिस कारण नाले अवरूद्ध हो रखे हैं। शहर की फैक्टरियों व घरों से निकलने वाले गंदे पानी की मात्रा साल दर साल बढ़ रही है। जगाधरी निवासी सुरेंद्र कुमार, राजेश व अजय कुमार का कहना है कि नालों की सफाई के मामले में नगर निगम अधिकारी अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। फोन करने पर अधिकारी या तो फोन उठाते नहीं, या फिर स्विच आफ कर लेते हैं। नालों की सफाई न होने से इन क्षेत्रों में आती हैं सबसे ज्यादा दिक्कतें :