जिले में थानों की संख्या बढ़कर हुई 18:जगाधरी थाने में खुला साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, जगाधरी सिटी एसएचओ को सौंपी जिम्मेदारी

जिले में थानों की संख्या बढ़कर 18 हो गई। 18वां थाना शहर जगाधरी थाने के परिसर में खोला गया। यह थाना है साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन। यमुनानगर में अभी तक साइबर सेल था, जो लघु सचिवालय के एक कमरे में चलता था। बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए थाना खोलना पड़ा। फिलहाल पुलिस के पास साइबर एक्सपर्ट की पूरी टीम नहीं है। पुलिस कर्मचारी कुछ प्राइवेट एक्सपर्ट से ट्रेनिंग भी ले रहे हैं। अभी इस थाने की जिम्मेदारी सिटी जगाधरी थाना एसएचओ इंस्पेक्टर नसीब सिंह को दी गई है।

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एसपी मोहित हांडा के अनुसार इंस्पेक्टर नसीब सिंह इससे पहले पंचकूला के साइबर थाने में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गई। बताया जाता है कि कई साइबर अपराध के बड़े केस वे ट्रेस कर चुके हैं। वे जिले में पहले ऐसे इंस्पेक्टर हैं, जिन्हें दो थानों की जिम्मेदारी दी गई। एसपी मोहित हांडा साइबर थाने की ओपनिंग करने पहुंचे। यहां उन्होंने पूरे थाने का निरीक्षण किया। जहां कमी लगी, वहां सुधार करने को कहा। साइबर एक्सपर्ट भी वहां पहुंचे थे। उनसे भी उन्होंने बात की। इंस्पेक्टर नसीब सिंह को एसपी मोहित हांडा, डीएसपी रजत गुलिया और जगाधरी डीएसपी राजिंद्र सिंह ने कुर्सी पर बैठा कर बधाई दी।

{जिले में एक माह में 10 से 12 मामले साइबर ठगी से संबंधित मामले आ रहे
यमुनानगर में एक माह में 10 से 12 मामले साइबर ठगी से संबंधित मामले होते हैं। अधिकतर केस अनट्रेस हैं। सबसे ज्यादा केस बैंक कर्मचारी बनकर डिटेल लेकर खाते से पैसे निकालने, एटीएम कार्ड बदलकर खाते से पैसे निकालने या फिर बैंक संबंधित डिटेल लेकर खाते से पैसे निकालने की है। इसमें से पुलिस मुश्किल से एक दो केस ही ट्रेस कर पाती है, लेकिन अब साइबर थाना खुलने से ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई होगी।

इसके लिए अलग से एक्सपर्ट रहेंगे, जो साइबर क्राइम से जुड़ी गुत्थी को सुलझाएंगे। साइबर थाना में आधुनिक तकनीक से युक्त कंप्यूटर सिस्टम भी रहेंगे। एसपी ने बताया कि इस थाने में साइबर संबंधित केस दर्ज होंगे। हालांकि अगर पीड़ित इसके अलावा किसी दूसरे थाने में शिकायत देगा, केस वहां भी दर्ज हो सकेंगे। उनका कहना है कि ठगी होने पर सबसे पहले हेल्प लाइन नंबर-1930 पर सूचना जरूर दें।

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साइबर ठगी से बचाव के लिए जागरुकता भी जरूरी : एसपी
एसपी ने कहा कि पुलिस की ओर से साइबर ठगी से बचने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी भी जारी की जाती है, क्योंकि जागरुकता से ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है। अब ऑनलाइन शॉपिंग, पासवर्ड भूलने पर उसे रिकवर करने के लिए, आधार कार्ड से लिंक करने, सिम कार्ड अपडेट, नया सिम कार्ड खरीदते समय आदि में ओटीपी की जरूरत पड़ती है। ऐसे में ओटीपी जानकर साइबर ठग रकम खाते से रकम उड़ाते हैं, क्योंकि मोबाइल नंबर खातों से लिंक हैं। इससे बचाव के लिए ओटीपी किसी अनजान व्यक्ति साथ शेयर न करें।

सात साल में जिले को चार थाने नए मिले
भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद यमुनानगर जिले को सात साल में चार नए थाने मिले हैं। साल 2015 में सरकार ने महिला थाना खोला था। इसके बाद साल 2020 में गांधी नगर पुलिस चौकी और सेक्टर-17 पुलिस चौकी को थाने का दर्ज दिया गया। इसके बाद अब चौथा थाना साइबर थाना बना है। पुलिस सूत्रों की मानें तो सरकार नए थाने बना रही है, लेकिन मैनपॉवर नहीं दे रही। पुलिस कर्मचारियों की संख्या लगातार कम हो रही है।

 

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