यमुनानगर : शहर में कचरा उठान व निपटान की व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। एजेंसी ने हाथ खींच लिए और नगर निगम प्रशासन फेल साबित हो रहा है। कचरा उठान के बजाय आग के हवाले करने से भी गुरेज नहीं किया जा रहा है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि कचरे के साथ-साथ डस्टबिन भी जल रहे हैं। यह स्थिति शहर के वीआइपी आठ नंबर वार्ड की है। हालांकि वार्ड के पार्षद इनेलो समर्थित हैं, लेकिन मेयर मदन चौहान व विधायक का आवास इसी वार्ड में हैं। यहां नेहरू पार्क के सामने कचरे के ढेर में आग लगा दी गई। साथ ही दो माह पहले रखे गए प्लास्टिक के डस्टबिन भी जला दिए गए हैं। आरोप है कि कई-कई दिन तक कचरा नहीं उठाया जा रहा है।
शहर हुआ कचरा-कचरा :
शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। बस स्टैंड यमुनानगर के सामने, भगत सिंह चौक के पास, शहीद नवीन वैध सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास, छोटी लाइन, दशहरा ग्राउंड सहित अन्य कई जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। जगाधरी शहर में भी ऐसे ही हालात बने हुए हैं। आउटर की कालोनियों में स्थिति ज्यादा खराब देखी जा रही है। निगम कर्मचारी नियमित रूप से कचरा नहीं उठा रहे हैं। बता दें कि इन दिनों सभी वार्डों में कचरा उठान की जिम्मेदारी निगम के कंधों पर है। क्योंकि जिस एजेंसी के पास टेंडर था, उसका कार्यकाल पूरा हो गया। निगम अधिकारियों के मुताबिक टेंडर की अवधि बढ़ाने पर विचार भी हुआ, लेकिन एजेंसी सहमत नहीं हुई। बता दें कि नगर निगम 22 वार्डों से हर दिन 250-300 टन कचरा निकल रहा है।
पार्कों में नहीं बन पाए कंपोस्ट पिट :
स्वच्छ सर्वेक्षण- 2022 के मद्देनजर निगम के सभी पार्कों में कंपोस्ट पिट बनाने का निर्णय लिया गया था। ताकि पार्कों से निकलने वाले पत्तों, घास, कबाड़ व अन्य किस्म के कचरे के प्रबंधन बेहतरी से हो सके। निगम की टेक्निकल ब्रांच को पिट्स बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। यह योजना भी फाइलों तक सीमित रही है। पार्कों से निकल रहे कचरे को आग के हवाले किया जा रहा है। इससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है और नियमों की अवहेलना भी हो रही है। कचरे से निकल रहे धुएं को देखकर सवाल यह भी उठता है कि आखिर इसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं जा रही है।
यहां एक सप्ताह से सुलग रहा कचरा :
हमीदा हेड के पास लगे कचरे के ढेर एक सप्ताह से सुलग रहे हैं। ग्रामीण एरिया में फसल अवशेषों के जलाने वालों पर निगरानी जरूर रखी जा रही है, लेकिन शहर में जगह-जगह जल रहे कचरे पर प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं है। हमीदा हेड के पास कचरे में लगी आग की शिकायत क्षेत्र के लोग निगम अधिकारियों को कर चुके हैं। आग बुझाने के लिए एक दिन आनन-फानन में गाड़ी जरूर भेजी गई, लेकिन उसके बाद सुध नहीं ली गई।
पार्षदों में रोष :
वार्ड आठ से पार्षद विनोद मरवाह का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद नियमित रूप से कचरे का उठान नहीं हो पा रहा है। डस्टबिन कचरे से भरे पड़े रहते हैं, लेकिन कर्मचारी कई-कई दिन तक उठाने नहीं आते। वार्ड 13 से पार्षद निर्मल चौहान का कहना है कि सफाई व्यवस्था में निगम प्रशासन फेल साबित हो रहा है। कचरा उठाने की बजाय उसमें आग लगा दी जाती है। निगम अधिकारियों को व्यवस्था बनानी चाहिए।