इंद्री : बेहद चर्चित जश हत्याकांड को लेकर हर कोई सन्न है, लेकिन पांच अप्रैल से लेकर पुलिस आज तक भी इस हत्याकांड की गुत्थी को नहीं सुलझा पाई है। मृतक जश के स्वजनों से लेकर अन्य अन्य लोगों में पुलिस द्वारा इस मामले की जांच को लेकर अपनाई जा रही थ्योरी पर यकीन नहीं हो रहा है। यहीं नहीं इसके चलते 14 अप्रैल को सड़कों पर उतरने का भी ऐलान किया गया है।
इस बीच मामले में करीब छह वर्षीय एक बच्ची के बयान को आरोपित चाची की गिरफ्तारी में अहमियत देने पर भी स्वजनों ने सवाल उठाए है। वहीं पहले पड़ोस के एक परिवार में मृतक के ताऊ , उनकी पत्नी व मां को आरोपित माना गया तो उनके घर से वारदात में प्रयोग की गई चुनरी बरामद किए जाने सहित मामला 95 प्रतिशत तक निपटा लिए जाने के दावे किए गए, लेकिन पिछले दो दिन से ही अचानक पूरी कहानी पड़ोस की ही जश की आरोपित चाची पर ही घुमाई जा रही है। यह गले नहीं उतर रहा कि वह अकेली ही इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकती है।
उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई है।
मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन सोमवार को डा. अंबेडकर भीम सेना समस्त भारत संगठन के पदाधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय के माध्यम से एक मांगपत्र मुख्यमंत्री के नाम भेजा जिसमें सीबीआई से जांच की मांग की गई और पुलिस की कार्यप्रणाली पर पर संदेह जताया। डा. अंबेडकर भीम सेना समस्त भारत संगठन के अध्यक्ष राजिद्र मान की अगुवाई में कई सदस्य एसडीएम कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के एक अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें जश हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने मांग की है कि आरोपितों को कठोर सजा मिलनी चाहिए।