बराड़ा(अंबाला)। पूरे प्रदेश में इस दफा गेंहू के कम झाड़ और इसके भूसे की कमी के कारण रेट आसमान छू गए हैं। हालात ये हैं कि क्षेत्र के जो किसान हर साल स्थानीय गौशालाओं में भूसा बेच देते थे। वह अब बेहतर रेटों के चलते बाहर भूसा बेच रहे हैं। ऐसे में गौशाला संचालकों को चारा भंडारण करने में भारी दिक्कत आ रही है। इस बार की स्थिति ऐसी है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस बार आधे से भी कम सूखे चारे के भंडारण हो रहा है।
किसानों से लगा रहे गुहार
इस दफा चारे के भंडारण की भारी कमी होने से क्षेत्र के सभी गौशाला संचालक प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि गौशालाओं को उचित मूल्य पर सूखा चारा तूड़ी उपलब्ध करवाया जाए। स्थानीय चारे पर बाहर भेजने पर प्रतिबंध लगाया जाए। क्योंकि पहले से ही खर्च अधिक होने के कारण गौशाला पदाधिकारी मुश्किल में काम चला रहे हैं। वहीं क्षेत्र के किसानों और दानवीर लोगों से सहयोग किया जा रहा है कि आगे आएं तथा गौशाला में सूखे चारे के लिए सहयोग करें। सोमवार को क्षेत्र की सभी गौशाला प्रबंधन एसडीएम बराड़ा को सरकार के नाम एक ज्ञापन भी सौंपेगी।