हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा निरंतर आयोजित किए जा रहे वेबीनार की श्रृंखला में आज मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केंद्रों की स्थापना के राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक द्वारा जिला यमुनानगर के उप मंडल बिलासपुर स्थित न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल फेसबुक पेज पर ऑनलाइन माध्यम से मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाएं प्रदान करते हुए ” सवाल आपके- जवाब हमारे ” कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त विभिन्न सवालों मोबाइल और लैपटॉप के ज्यादा इस्तेमाल से आंखों की सुरक्षा कैसे रखी जाए? मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा ना होने की स्थिति में कैसे पढ़ाई हो?

बच्चे शर्म, संकोच, हिचकिचाहट ज्यादा महसूस कर रहे हैं उनका कैसे निवारण हो? बच्चों में आत्मविश्वास निर्माण ,गुस्से को कैसे कम किया जाए, आउटडोर गेम्स के लिए कैसे प्रेरित किया जाए? सेल्फ स्टडी की आदत कैसे निर्मित हो? बच्चों में उद्यमशीलता कौशल विकास के तरीके, आत्मविश्वास कैसे निर्मित हो ? नई शिक्षा नीति की जानकारी, महामारी के दौर में स्वास्थ्यवर्धक रिश्ते कैसे कायम रखे जाएं? तनाव प्रबंधन इत्यादि विभिन्न विषयों पर अभिभावकों, शिक्षकों व बच्चों ने अपने सवालों के माध्यम से मनोवैज्ञानिक परामर्श चाहा इन के निदान अनिल मलिक द्वारा सुझाव दिए गए की स्क्रीन टाइम नियमित करना जरूरी है l बच्चों की शर्म और झिझक के कारण को पहचानना तथा अपनी ताकत को जानकर सुधार करना आवश्यक है l रोजाना उन परिस्थितियों का सामना करें जो डराती हैं, झिझक पैदा करती हैं, नए – नए लोगों से मिले उनसे दोस्ती करें, सकारात्मक सोचे, लोग क्या कहेंगे इस बात की कतई परवाह ना करें l आज के प्रौद्योगिकी, आधुनिक, तकनीकी दौर में बच्चे गैजेट से चिपके रहते हैं जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, मोटापा भी अधिक बढ़ रहा है l आउटडोर एक्टिविटी से मोटर कौशल निर्मित होता है, प्रकृति प्रेम बढ़ता है, मस्तिष्क का विकास होता है, बच्चे संघर्षशील रहते हैं, मसल्स मजबूत होती है, टीम भावना पैदा होती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है, प्रतिस्पर्धा का भाव भी पैदा होता है l गुस्सा, नकारात्मक मनोभाव है l निराश, अधीर ,परेशान व्यक्तियों को ज्यादा गुस्सा आता है l गुस्से के समाधान हेतु बच्चों को धैर्य पूर्वक सुने, उनसे बहस ना करें ,दबाव डालने की बजाय उनसे जुड़ कर रहे, शांत बने रहे ,पारिवारिक परिवेश अच्छा प्रदान करें, उनकी हर अच्छे काम की प्रशंसा करें, जिद कभी भी पूरी ना करें ,बात- बात पर रोक-टोक अच्छी नहीं होती l धैर्य, सकारात्मकता ,कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय ,आत्मविश्वास, रचनात्मक और नवीनतम कार्यशैली के साथ जोखिम उठाने की क्षमता वित्तीय साक्षरता प्रभावी योजना और निष्पादन के तरीकों से उद्यमशीलता कौशल विकसित की जा सकती है l इंसान को खुद पर भरोसा रखना चाहिए, गलती से परेशान नहीं होना चाहिए सबक लेना चाहिए, बच्चों को हमेशा नई चीज आजमाने को प्रोत्साहित करें, असफलता पर हतोत्साहित ना करें , उनका सहयोग करें ,भरोसा बढ़ाएं साथ खड़े रहे l हर प्रयास की तारीफ जरूर करें, जुनून को खोजने में उनकी मदद करें, लक्ष्य निर्धारित करने में वास्तविकता के करीब रहकर मदद करें l हर बेहतर प्रयास का जश्न मनाया जाए, हमेशा प्यार सहयोग का मनोभाव बना रहे l वेबीनार के सफल आयोजन में स्कूल प्रबंधन समिति की तरफ से प्राचार्य मोनिका कश्यप व उनकी टीम का महत्वपूर्ण सहयोग रहा l प्रिंसिपल, न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल, बिलासपुर, जिला यमुनानगर