जयपुर (जमवारामगढ़)। ज्वैलर के घर में फर्नीचर का कार्य करने आए युवकों ने दो किलो सोने की दो सिल्लियां चोरी कर ली। छह महीने तक तो ज्वैलर को इस बारे में पता ही नहीं चला। कुछ दिनों पहले जरूरत पड़ने पर अलमारी में देखा तो सोना गायब था। केशव विहार कॉलोनी रिद्धि-सिद्धि चौराहा निवासी ज्वैलर राजेश सोनी ने 4 मार्च को मानसरोवर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
काम पर नहीं आता…उसके हाथ खजाना लग गया…. पहले ज्वैलर स्वयं के स्तर पर ही सोने की तलाश करता रहा, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। इसी बीच किसी ने बताया कि उनके यहां काम करने वाले दुर्गेश बैरवा की जीवन शैली ही बदल गई है, काम पर भी नहीं आता, ऐसा लगता है कि उसके हाथ कोई खजाना लग गया है। पीड़ित ने रिपोर्ट में उसी पर संदेह जताया। डीसीपी साउथ मृदुल कच्छावा ने बताया कि मामले में आंधी निवासी दुर्गेश बैरवा को पकड़कर पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल ली। उसके साथ अन्य आरोपी मुकेश उर्फ लादू और बाबूलाल को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों से चोरी का माल बरामद किया जा रहा है।
महंगी शराब, रशियन कॉलगर्ल पर खर्चें रुपए…. थानाधिकारी दिलीप सोनी ने बताया कि दुर्गेश व उसके साथियों ने चोरी के सोने से प्राप्त रुपए को अय्याशी पर जमकर खर्च किया। जयपुर-दिल्ली में कई बार पार्टी की। वहां पर रशियन कॉलगर्ल बुलाई, महंगी विदेशी शराब पीने लगे। दुर्गेश ने गांव में मकान का निर्माण भी कर लिया। अचानक पैसा हाथ लगने से वह अपने ठेकेदार को भी काम पर आने से मना कर देता था। शिवरात्रि पर पीड़ित के घर पर हरिनारायण मीणा व हजारी बैरवा पहुंचे और उसे दुर्गेश की बदली जीवनशैली के बारे में जानकारी दी।
सोना गलाकर बांट लिया…. एडीसीपी भरतलाल मीणा ने बताया कि दुर्गेश ने अक्टूबर-2021 में पीड़ित के मकान पर काम किया था। तभी सोना चुरा लिया था। गिरफ्तारी के बाद दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि आरोपी मुकेश के उकसाने पर चोरी की। फिर दोनों ने बाबूलाल के साथ मिलकर के सोने की सिल्ली को गलवाकर अलग-अलग टुकड़ों में बांट लिया।