Loan Tips: आपने विभिन्न कारणों से कई लोन ले लिए हैं और उन्हें एक साथ चुकाने में दिक्कत आ रही है तो यह दुविधा होती है कि किसे पहले चुकाया जाए.
Loan Tips: आमतौर पर कहा जाता है कि अपनी कमाई से अधिक खर्च नहीं करना चाहिए लेकिन कुछ जरूरतें ऐसी होती हैं कि कर्ज लेना पड़ जाता है. जैसे कि अगर घर खरीदना हो, मशीनरी खरीदनी हो या उच्च शिक्षा लेनी हो तो अधिकतर लोगों को बैंकों से लोन लेना पड़ता है. लोन लेकर अपनी बड़ी जरूरतें पूरी की जा सकती हैं लेकिन इसे किश्तों के रूप में वापस चुकाना होता है. अब मान लेतें हैं कि आपने विभिन्न कारणों से कई लोन ले लिए हैं और उन्हें एक साथ चुकाने में दिक्कत आ रही है तो यह दुविधा होती है कि किसे पहले चुकाया जाए.
Faircent.com के फाउंडर रजत गांधी के मुताबिक कोई भी कर्ज लें तो जल्द से जल्द चुकाने की कोशिश करें लेकिन होम लोन के मामला कुछ अलग है. गांधी का मानना है कि क्रेडिट कार्ड बिल या पर्सनल लोन को होम लोन से पहले चुकता कर लेना चाहिए. घर के लिए गए कर्ज को सबसे अंत में चुकाने के लिए गांधी तीन प्रमुख कारण बताते हैं.
- कम ब्याज दर: अन्य कर्जों की तुलना में होम लोन पर ब्याज की दर सबसे कम होती है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन की देनदारी सबसे पहले चुकता करें और इनमें भी जिसकी ब्याज दर अधिक हो उसे पहले. इन पर 40 फीसदी तक की दर पर ब्याज चुकाना पड़ सकता है जबकि होम लोन की दर न्यूनतम 6.5-7 फीसदी तक हो सकती है.
- टैक्स बेनेफिट्स: पर्सनल लोन क्रेडिट कार्ड या ऑटो लोन के विपरीत होम लोन व इसके ब्याज पर टैक्स बेनेफिट मिलता है. इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत होम लोन कस्टमर्स को फायदे मिलते हैं. यह लांग रन में फायदेमंद है क्योंकि घर की कीमत लगातार बढ़ती है.
- संपत्ति निर्माण: होम लोन से आप अपने खुद के लिए एक संपत्ति तैयार करते हैं. कंज्यूमर लोन या व्हीकल लोन से भी आप अपने लिए एक संपत्ति खरीदते हैं लेकिन इनकी वैल्यू कम होती जाती है.