एडवोकेट साहिब सिंह गुर्जर ने नियम-134 को रद्द करने के मामले में केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने इसे लेकर राष्ट्रपति को शिकायत भेजी है। उन्होंने कहा कि नियम-134 के तहत गरीब परिवारों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे थे। हालांकि बहुत से बच्चों को प्राइवेट स्कूल वाले एडमिशन के नाम पर धक्के खाने पर मजबूर करते हैं। नियम-134 को खत्म करना गलत है। क्योंकि बहुत से बच्चे इस नियम के अनुसार प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे हैं। उनके साथ यह धोखा है। क्योंकि उन बच्चों का भविष्य अंधकार में है, जो नियम-134 में एडमिशन पा चुके थे। उनका कहना है कि प्राइवेट स्कूल संचालकों ने एक साजिश रचकर यह नियम रद्द कराया है