हरियाणा मैं किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हो गई उनके आंकड़ों की गिनती पर बवाल मच सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के दौरान मारे गए 702 किसानों की जो सूची केंद्र सरकार को भेजी है, उसमें हरियाणा के 17 जिलों के 114 किसानों के नाम शामिल है। लेकिन हरियाणा सरकार के पास अभी तक जो रिकॉर्ड उपलब्ध है, उसमें मात्र 47 किसानों के मरने की जानकारी दर्ज है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के अनुसार 114 किसानों की सूची मोर्चा के माध्यम से केंद्र सरकार के पास भेजी है। पंजाब सरकार ने अपने राज्य के दिवंगत किसानों के परिजनों को प्रति किसान 5 लाख देने की बात कही है। बाकी किसानों के लिए भी इतनी ही राशि मांगी जा रही है। केंद्र सरकार का इशारा मिलने के बाद हरियाणा सरकार जहां किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करेगी वहीं आंदोलन स्तर पर दम तोड़ गए किसानों के परिजनों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। मुआवजे की राशि केंद्र सरकार की ओर से तय की जाएगी।