करनाल का जश हत्याकांड:पंचायत की संतुष्टि के बाद रुके लोगों पर पुलिस ने बरसाई लाठियां; नेशनल हाईवे जाम की थी तैयारी

हरियाणा के करनाल जिले के कलामपुरा गांव के 5 वर्षीय जश की हत्या की जांच सीबीआई से करवाने के लिए सेक्टर 12 में फव्वारा पार्क में महापंचायत हुई। महापंचायत में शामिल लोगों पर पुलिस बल का प्रयोग किया गया। जिला सचिवालय के आसपास और फव्वारा पार्क में लाठीचार्ज किया गया।

पुलिस ने इस दौरान कुछ लोगों को राउंडअप भी किया गया है। पंचायत द्वारा एसपी से मिलने के बाद और पंचायत की संतुष्टि के बाद वहीं पर जमा रहे। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग नेशनल हाईवे को जाम करने के लिए आगे बढ़ रहे थे। उनको ऐसा करने के लिए रोका गया है।

वहीं दूसरी तरफ पंचायत के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि लोगों को जश मामले में आवाज ना उठाने के लिए जानबूझ कर लोगों पर लाठीचार्ज किया है। अब जश के परिवार के सदस्य जो भी फैसला लेंगे वो उसके आधार पर इस मामले में आगे की कार्रवाई अमल में लाएंगे।

राउंडअप करके ले जाती पुलिस।
राउंडअप करके ले जाती पुलिस।

महापंचायत में प्रदेशभर से लाेग पहुंचे। जश के परिवार व ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्टि जताई। महापंचायत में 10 सदस्यों ने इस पर एसपी गंगाराम पुनिया से विस्तृत चर्चा हुई।

एसपी गंगाराम पुनिया ने 10 सदस्यों की कमेटी को आश्वासन दिया कि इस मामले में कोई भी दोषी बाहर नहीं रहेगा। साथ ही निर्दोष को गलत नहीं फंसाया जाएगा। इसके लिए 10 दिन का समय पुलिस को दिया। पुलिस हर बात को क्लीयर करेगी। यदि फिर भी परिवार व समाज को कोई डाउट आया तो उसे दूर किया जाएगा।

एसपी से मिलने के बाद रोड महासभा के प्रधान नसीब सिंह ने बताया कि पंचायत के बाद कुछ लोग एसपी साहब से मिले। परिवार के कुछ पॉइंट थे, जो क्लीयर नहीं थे। अब वो क्लीयर है। जश को न्याय के लिए कोई कड़ी न छुटे। एसपी से मिलने के बाद हम संतुष्ट है। दो तीन दिन तक जो कार्रवाई होगी उसमें पूरा स्पष्ट कर दिया जाएगा।

बल प्रयोग करते हुए पुलिस।
बल प्रयोग करते हुए पुलिस।

मंच पर भी बरसाई लाठी

राजेंद्र दादूपुर ने बताया कि मंच से किसी भी प्रकार को जाम अनाउंस नहीं किया गया। इसके बावजूद पुलिस जवानों ने यहां पहुंचकर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। हम इसकी घोर निंदा करते हैं।

उन्होंने बताया कि आज की महापंचायत में कुछ लोग प्लानिंग के तहत पहुंचे। वो पहले कमेटी के सदस्य बने। इसके पीछे विधायक सांसद का दवाब था। ये मामला जबरदस्ती राजनीतिक बनाया जा रहा है। जश के महापंचायत में भाजपा के प्रायोजित लोग एसपी से मिलने गए। इसमें परिवार के एक भी सदस्य को शामिल नहीं किया गया।

जश के परिवार पर विश्वास करते हैं। जो जश का चाचा कहेंगे, उसके तहत ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। जश के परिवार ने किसी भी प्रकार का कोई जाम की एलान नहीं किया। उन्होंने सरकार से कहा कि यदि सरकार ऐसे ही लाठीचार्ज करती रही तो वोट मांगने के समय सरकार भी उन्हें लाठी दिखाएगी।

आमजन पर भी बरसाई लाठी

सुशील सैनी ने बताया कि संगोई से आए हैं। अस्पताल से दवाई लेकर आया था। पब्लिक उधर जा रही थी। लड़के आराम से रहे थे। पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। मेरे पर भी 20-30 लाठियां बरसाई। मेरी दवाई भी वहीं पर गिर गई। उठाने भी नहीं दिया जा रहा है।

घटना की जानकारी देते हुए सुशील सैनी।
घटना की जानकारी देते हुए सुशील सैनी।

एसपी गंगाराम पुनिया ने बताया कि पंचायत में शामिल हुए अधिकतर व्यक्ति वापस चले गए। इसके बावजूद कुछ नौजवान व्यक्ति कमेटी की बातों को दरकिनार करते हुये सड़क जाम करने के लिये आगे बढ़ने लगे। जिनको पुलिस टीमों द्वारा समझाया गया, लेकिन बाद में हल्की धक्का मुक्की के बाद सभी व्यक्तियों को सड़क जाम करने से रोका गया और सभी व्यक्ति वापस चले गए। इसके लिए करनाल पुलिस द्वारा किसी पर भी बल प्रयोग नहीं किया गया है।

पंचायत में वक्ताओं ने रखे विचार

महापंचायत में वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे। बाद में तय हुआ कि वो फव्वारा पार्क से नारेबाजी करते हुए जिला सचिवालय जाएंगे। जहां पर एसपी से अपनी सभी बातों को किया जाएगा। साथ ही एसपी से बातचीत के लिए 10 सदस्यों की कमेटी तय की।

3 दिन पहले ही फव्वारा पार्क की महापंचायत को घोषित किया गया था। इस महापंचायत में युवा वर्ग भी काफी संख्या में पहुंचे। जिनके हाथों में जश के लिए न्याय की गुहार का पोस्टर है। अधिकतर पोस्टर में लिखा हुआ है कि “जश हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं।’ जश के हत्यारों को फांसी दो।

जश हत्या मामले की जांच सीबीआई करे। फव्वारा पार्क के शैड में आयोजित महापंचायत में बैठने की व्यवस्था की गई। पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए महापंचायत का मुख्य उद्देश्य CBI जांच की मांग है। परिजनों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से न्याय की गुहार लगाई है।

पुलिस की जांच पर परिजनों ने सवाल उठाए हैं। परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस पहले 4 दिन में 95 फीसदी जांच पूरी होने का दावा कर रही थी। साथ ही दावा कर रही थी कि सारे सुबूत राजेश के घर से बरामद हुए हैं। वहीं जांच के 5वें दिन पुलिस ने अंजलि को साइको बताते हुए मामले में आरोपी बताते हुए उसके घर से सारे सबूत मिलने का दावा किया।

जश को न्याय की मांग करते हुए।
जश को न्याय की मांग करते हुए।

ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि 5 फीसदी शेष बची जांच में ही पुलिस ने पूरा मामला बदल दिया। IELTS में 7 बैंड लेने वाली अंजली को पुलिस साइको बता रही है। परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि इन बातों से पूरी की पूरी कहानी मनगढ़ंत लग रही है।

अंजलि को साइको बताना गलत

जश के चाचा अमन ने बताया कि अब प्रशासन पर यकीन नहीं है। ऊपर के अधिकारी जो बात कह रहे हैं, वह निचले स्तर के अधिकारियों के बयान से मेल नहीं खा रही। उच्चाधिकारियों पर विश्वास करें या निचले अफसरों पर।

अमन ने कहा कि रही बात अंजलि को मेंटल कहने की तो उसकी कहीं भी कोई भी दिमागी बीमारी की दवा नहीं चल रही। न कोई इलाज चल रहा है। मेंटल महिला अपने घर को नहीं चला सकती, जबकि अंजलि अपना घर चला रही है। IELTS में अंजलि ने सात बैंड लिए हैं। वह विदेश जाने की तैयारी कर रहे थे। अब बता रहे हैं कि चादर पर खून गिरा है। उसने चादर को काटा है। यह बातें समझ से परे हैं।

उन्होंने कहा कि यह पूछना चाहते हैं कि अंजलि ने यदि ऐसा किया तो क्यों किया। पुलिस के पास भी अब तक इसका कोई जवाब नहीं है कि अंजलि ने ऐसा क्यों किया। हमें प्रशासन की बात पर संतुष्टि नहीं है। हमें बताया था कि 95 पर्सेंट केस हल हो गया और पांच पर्सेंट में पूरा केस बदल दिया।

महापंचायत शुरू होने का इंतजार करते हुए युवा।
महापंचायत शुरू होने का इंतजार करते हुए युवा।

पहले 4 दिन और बाद के 2 दिन की जांच विपरित

जश के चाचा ने कहा कि पहले 4 दिन की जांच में कुछ और बातें थी। 2 दिन की जांच में कुछ और बातें बन गईं। आगे के 2 दिनों में कुछ और बातें बनेंगी। शुरुआत के 4 दिनों में सारे सबूत राजेश के घर से मिल रहे थे। लास्ट के 2 दिन में सारे सुबूत अंजलि के घर से मिल रहे हैं। प्रशासन कर क्या रहा है, हमारी समझ से बाहर है। जब राजेश के घर से शव मिला तो उन्होंने फेंकना थोड़ा था उन्होंने तो शोर मचाना था। वह साफ नहीं थे इसलिए उन्होंने फेंका।

पुलिस से गांव की संतुष्टि नहीं

गांव के सरपंच ने कहा कि रविवार को SP से बातचीत हुई थी। SP ने कहा था कि कल पूरे मामले को आप लोगों के सामने स्पष्ट कर दिया जाएगा। SP क्या बताएंगे, यह हमें नहीं पता, पर अभी तक की कार्रवाई में संतुष्ट नहीं हैं। गांव की संतुष्टि नहीं है, क्या होगा और क्या नहीं होगा।

सरपंच ने कहा कि CIA में तीन से चार बार गए। CIA ने जवाब दिया था कि राजेश के परिवार ने हत्या करना कबूल किया है। राजेश के घर से चुन्नी और तार भी लेकर गए हैं। यहीं मामला समझ नहीं आ रहा। पहले तार राजेश के घर से लेकर गए, अब अंजलि के घर से लेकर गए। मामला कन्फ्यूज कर रहा है।

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