Indian Air force के 148 लड़ाकू विमानों की बममारी से थर्राया पाक बॉर्डर

जोधपुर. देश के पश्चिमी सरहद पर भारत पाक सीमा से 115 किलोमीटर दूर जैसलमेर जिले के चांधन स्थित वायु सेना की फील्ड फायरिंग रेंज में शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के 148 एयरक्राफ्ट ने अपनी ताकत का प्रदर्शन दिखाया। करीब 2 घंटे तक मरुस्थल में फायर पावर डेमोंसट्रेशन के जरिए बमों की बरसात से धूल के गुब्बार उठ खड़े हुए। बम के धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दे रही थी।

109 लड़ाकू विमान और 20 से अधिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने देश के अलग-अलग 9 एयरबेस से उड़ान भरकर थार में ऑपरेशन को अंजाम दिया। जोधपुर के अलावा बीकानेर के नाल, जैसलमेर, बाड़मेर के उत्तरलाई, जोधपुर के फलौदी, उत्तर प्रदेश के आगरा व हिंडन और पंजाब के बठिंडा से एयरक्राफ्ट ने उड़ान भरी। दो घण्टे आकाश में दुश्मनों को चकमा देने वाली रोशनी बिखेरते हुए लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर ने टारगेट पर बमबारी की। यह मौका था भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े युद्ध अभ्यास वायु शक्ति- 2022 की शुक्रवार को हुई फुल ड्रेस रिहर्सल का। मुख्य कार्यक्रम सात मार्च को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे।

वायुसेना के विमानों ने मारक क्षमता का प्रदर्शन करने के साथ हेलिकॉप्टर्स की ओर से युद्ध के समय व आपात स्थिति में राहत पहुंचाने के अलावा कम ऊंचाई से हमले करने की क्षमता को हजारों आंखों ने निहारा। आकाशवीरों ने आकाश से वार कर दुश्मनों का जैसे ही सफाया किया तो थार की धरा थर्रा उठी। तेज धमाकों के साथ रेगिस्तान में बम वर्षा और लड़ाकू विमानों के अचूक निशानों से ध्वस्त होते टारगेट को देखने वाली आंखें पलके झपकाना ही भूल गई।

रफाल व सुखोई ने दागी मिसाइल, 5 किमी तक उड़ी धूल पहली बार लड़ाकू विमान रफाल ने वायुशक्ति में हिस्सा लिया सुखोई-30 के साथ मिलकर रफाल ने करीब 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरते हुए युद्धाभ्यास स्थल पर मिसाइलें दागी। यह मिसाइल किस दल से करीब 20 किलोमीटर दूर जाकर गिरी। सुखोई ने लो लेवल फ्लाइंग भी दिखाई। उधर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन 32 और सी-130 हरक्यूलिस ने युद्धाभ्यास में अपना दमखम दिखाया। वायु सेना के 148 एयरक्राफ्ट शामिल युद्धाभ्यास में 109 लड़ाकू विमान शामिल हुए। इसमें रफाल, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, एलसीए तेजस, मिराज:2000, जगुआर, मिग-21 बायसन के अलावा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर और सी-130 जे हक्र्यूलिस थे। एएलएच रुद्र, एमआई-17 हेलीकॉप्टर के अलावा अपाचे और ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर चिनूक भी प्रदर्शन दिखाया।

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