करनाल
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में अनुबंध पर लगी स्टाफ नर्सों को हटाने पर उन्होंने मेडिकल कालेज के निदेशक कार्यालय के बाहर जमकर रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उनका अनुबंध बढ़ाया जाए। उन्होंने आरोप भी लिया है कि उन्हें बिना नोटिस के ही 31 मार्च को यह कह दिया गया कि आपको एक अप्रैल से ड्यूटी पर नहीं आया है। उन्हें हटाया दिया गया है। ऐसी करीब 103 स्टाफ नर्स है वहीं काउंसल व लैब टेक्निशियन भी हैं। करीब 120 अनुबंध के स्टाफ को हटाया गया है। हटाई गई स्टाफ नर्सों ने बताया कि कोरोना की पहली लहर आने पर उन्हें उनकी क्वालिफिकेशन के आधार पर लगाया गया था। उन्होंने कोरोना काल में पूरी मेहनत से कार्य किया। उस दौरान कोरोना पाजीटिव होने पर जहां 17 दिन होम आइसोलेट किया जाता था, तो उन्हें कोरोना पाजीटिव होने पर मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा 6 से 7 दिन में ही बुला लिया जाता था। इस दौरान उनकी वजह से उनके परिवार के सदस्य भी कोरोना पाजीटिव हुए लेकिन उसके बावजूद भी वह अपना कार्य मेहनत से करती रही लेकिन अब मेडिकल कालेज प्रशासन ने उन्हें 31 मार्च को यह कह दिया कि एक अप्रैल से उन्हें ड्यूटी पर नहीं आना है उन्हें हटा दिया गया है। मेडिकल कालेज प्रशासन की ओर से उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। स्टाफ नर्सों का कहना है कि जब तक उन्हें वापस नौकरी पर नहीं रखा जाता वह रोष प्रदर्शन करती रहेंगी। शनिवार को भी भारी संख्या में कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में रोष प्रदर्शन किया जाएगा।