जयपुर राजस्थान की राजनीति में फिर से भूचाल आ रहा है। राजस्व मंत्री रामलाल जाट को सैक्स स्कैंडल में फसाने की खबरों के बीच एक महिला और उसके साथी को दबोच लिया गया है। दोनो फर्जी पत्रकार बनकर रामलाल जाट से मिलने गए थे। इस पूरे कांड के पीछे किसका हाथ है, इसकी जांच तो पुलिस कर रही है लेकिन इस घटना ने प्रदेश में दस साल की सियासत के दौरान नेताओं के पुराने मामले कुरेद दिए हैं।
दस साल के दौरान दस नेताओं के नाम इस तरह से सामने आए हैं और इनमें अधिकतर कांग्रेस के हैं। एमपी, एमएलए और यहां तक कि जिला स्तरीय नेताओं के नाम भी बदनाम हुए हैं। कईयों को तो कुर्सी तक गवांनी पड गई है।
2011 में भी लगे थे रामलाल जाट पर आरोप राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रेप में फंसाने का मामला उजागर भले ही हो गया हो लेकिन रामलाला जाट के लिए वर्ष 2011 में एक कथित महिला मित्र की मौत गले की फांस बन गई थी। रामलाल जाट को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। आरोप था कि तत्कालीन भीलवाड़ा चैयरमेर की पत्नी से रामलाल जाट के अंतरंग संबंध थे। बताया जाता है कि किसी बात को लेकर मंत्री रामलाल जाट का अपनी कथित महिला मित्र से झगड़ा हो गया था। महिला मित्र ने विषाक्त पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। रामलाल जाट हालत बिगड़ने पर खुद महिला मित्र को अस्पताल ले गए थे। लेकिन इलाज के दौरान महिला मित्र की मौत हो गई।
महिपाल मदेरणा और भवरी देवी कांड से हुई शुरुआत करीब दस साल पहले खांटी कांग्रेसी नेता महिपाल मदेरणा और भंवरी देसी की सीडी सामने आने के बाद राजनीति मे जो भूचाल आया वह अभी तक भी नहीं थमा है। परिवार और पार्टी से जुड़े कई नेता अभी तक भी सलाखों के पीछे हैं। इस कांड ने देश भर में राजस्थान कांग्रेस को बदनाम कर दिया था। हांलाकि अब दूसरी, तीसरी पीढ़ी फिर से राजनीति में है और पुराना नाम वापस पाने की जद्दोजहद में है।
मंत्री बाबूलाल नागर और सांसद मेघवाल ने बडी कीमत चुकाई पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर और गंगानगर से चैथी बार सांसद चुने गए निहाल चंद मेघवाल ने खुद पर लगे रेप और अन्य आरोपों के बाद अपनी कुर्सी तक गंवा दी थी। साल 2013 में लगे मुकदमें के बाद नागर को गिरफ्तार तक करना पडा था। उधर 2011 में महिला से यौन शोषण के मामले में फंसे निहाल चंद मेघवाल का नाम इतना बदनाम हुआ कि चैथी बार गंगानगर से सांसद चुनने के बाद भी उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।
दस महीने में एमएल पर दूसरी बार रेप केस, आंजना भी पर आरोप उदयपुर के गोगुंदा सीट से दूसरी बार विधायम चुने गए प्रताप गमेती पर एक महिला ने दस महीने के दौरान ही दूसरी बार रेप का केस दर्ज कराया है। दोनो आरोपों को फिलहाल विधायक जी झूठ बता रहे हैं। इसी तरह से करीब आठ साल पहले भाजपा नेता उदय लाल आंजना पर भी एक महिला से शादी का झांसा देकर संबध बनाने का आरोप लग चुका है।
इन नेताओं पर भी लग चुके हैं आरोप, महिला नेत्रियों का कांड तो और ज्यादा शर्मनाक पिछले कुछ सालों के दौरान कई जिला स्तरीय नेताओं के दामन पर भी काले दाग लग चुके हैं। इनमें महिला नेत्रियों ने तो हद ही कर दीं। सवाई माधोपुर से भाजपा और कांग्रेस की जिला स्तरीय नेताओं पर आन लाइन सैक्स मार्केट चलाने के आरोप लगने के बाद उनको गिरफ्तार तक किया जा चुका है। वहीं अजमेर के एक जिला स्तरीय भाजपा नेता पर महिलाओं से अशलील हरकतों के आरोप लगे हैं।