नगर निगम की शहर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सफाई का काम ही लंबे समय से पटरी से उतरा हुआ है। अधिकारियों की अनदेखी के कारण इसमें सुधार नहीं हो पा रहा। यहां तक की पार्षदों की भी इस मामले में सुनवाई नहीं हो रही। सबसे बुरा हाल वार्ड-12 से 22 का है। यहां से कूड़ा उठान का ठेका नहीं हुआ है। वहीं नगर निगम के जो कर्मचारी मोहल्ले की गलियों में सफाई का काम कर रहे थे, आरोप है कि उन्हें गलियों से हटाकर मुख्य सड़कों पर लगा दिया गया है।
जबकि पहले से ही सफाई कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। इससे गलियों में झाड़ू सही से नहीं चल रही। दूसरा नगर निगम के अपने टिपर जो घरों से कूड़ा उठा रहे थे, उन्हें भी वार्ड से एक से 11 तक सफाई का काम कर रहे ठेकेदार को अधिकारियों ने दे दिया है।
इससे घरों से कूड़ा उठान का काम दूसरे एरिया में लगभग बंद है। पहले निगम के अधिकारी कह रहे थे कि टिपर खटारा हो गए हैं, पर अब इन्हीं से ठेकेदार के कर्मी कैसे काम ले रहे हैं, यह बात भी किसी की समझ नहीं आ रही है। पुराना हमीदा वार्ड-15 के राजकुमार शर्मा, गगन, सुनील व हर्ष ने बताया कि वे बार-बार पार्षद को बोल रहे हैं, पर हो कुछ नहीं रहा। सफाई का बुरा हाल है। गलियों के कोने पर कई-कई दिन गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। वहीं, भाजपा के पार्षदों का दर्द है कि वे खुलकर अपनी आवाज भी नहीं उठा पा रहे। आरोप है कि हर वार्ड को दो-दो ट्रालियां दी गईं हैं, जो अपर्याप्त हैं। वहीं, इन पर कोई जीपीएस नहीं लगाया गया इससे इनकी मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही कि ये चल भी रहीं हैं या सिर्फ गिनती में हैं।
ऐतराज के बाद दिन में चलाई स्वीपिंग मशीन
नगर निगम को एक स्वीपिंग मशीन किराए पर दी गई है। नगर निगम की मीटिंग में इसे अनुपयोगी बताकर पार्षदों ने वापस भेजने की मांग रखी थी। पार्षद प्रिंस शर्मा व विनोद मरवाह ने कहा था कि मशीन से रात को सफाई की बात कही जा रही है, जबकि गलियों के सफाई कर्मचारी मुख्य सड़कों की सफाई कर रहे हैं। आरोप लगाया था कि मशीन चल नहीं रही सिर्फ बिल बन रहा है। निगम हाउस में प्रस्ताव पास होने के बाद भी मशीन अभी तक वापस तो नहीं गई पर अब यह दिन में सड़कों की सफाई कर रही है।
बाजारों में नाइट स्वीपिंग बंद, दुकानदार परेशान
मोहल्लों की गलियां ही नहीं बाजार में भी सफाई की दिक्कत हो रही है। कर्मचारियों के अभाव में रात को बाजारों में होने वाला सफाई का काम बंद कर दिया गया है। दिन में बाजारों में भीड़ होने से सफाई नहीं हो सकती। इस कारण मीरा बाई मार्केट, न्यू मार्केट, देवी मंदिर मार्केट, खेड़ा मोहल्ला जैसे मार्केट एरिया के दुकानदारों को खुद ही सफाई करानी पड़ रही है। दुकानदाराें ने समस्या के समाधान की मांग की है।
शहर को साफ व सुंदर बनाना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। कुछ कारणों से अभी वार्ड-12 से 22 का सफाई टेंडर नहीं हो पाया है। सफाई व्यवस्था का काम सुचारू व बेहतर तरीके से चल सके इसके लिए निगम के सीनियर अधिकारी असिस्टेंट कमिश्नर धीरज इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जल्दी ही इसके परिणाम सामने आएंगे। पार्षदों ने सफाई को लेकर जो सुझाव दिये थे, उन पर एक-एक कर अमल किया जा रहा है।
मदन चौहान, मेयर, नगर निगम