दंपती के शव बिहार नहीं ले गए स्वजन

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 साढौरा : आठ अप्रैल की रात को सुल्तानपुर में नलकूप की ट्यूबवेल पर प्रवासी दंपती सुरेंद्र व रानी की हत्या कर दी गई थी। सोमवार को शवों का बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने उसके भाई चंदन उर्फ राजू को बुलाया था। उसकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम हुआ। हालांकि राजू ने भी शवों को ले जाने से इंकार कर दिया। जिस पर दोनों का अंतिम संस्कार कोटला मार्ग के श्मशान घाट में किया गया। राजू ने आर्थिक दिक्कत के चलते शवों को बिहार ले जाने से इंकार कर दिया। जिस किसान के खेत में दोनों का शव मिले थे, उस किसान रामेश्वर सैनी ने ही संस्कार का सारा खर्च



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राजू ने बताया कि सुरेंद्र की पहली पत्नी का 15 साल पहले देहांत हो गया था। इस शादी से उसके पास तीन बच्चे हैं। एक साल पहले ही उसने रानी से प्रेम विवाह किया था। हालांकि रानी कौन थी और कहां की थी इस बारे में परिवार के लोगों को कोई जानकारी नहीं थी। रानी से विवाह करने के बाद सुरेंद्र का बच्चों से लगाव कम हो गया था। वह शराब भी काफी पीता था। उसके साथ रानराब ती थी। जिस वजह से ही पिता ने सुरेंद्र को घर से निकाल दिया था। उसके बच्चों को भी माता पिता ही संभालते हैं। इसलिए अब उसकी मौत पर कोई भी यहां नहीं आया।



दूसरी ओर पुलिस अभी तक हत्यारोपित हरजिद्र उर्फ राजिद्र का पता नहीं लगा सकी। उसकी तलाश में पुलिस की टीम बिहार भी गई थी, लेकिन अभी तक कोई पता नहीं लग सका। थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि हरजिद्र की तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें लगी हुई हैं। अभी तक हरजिद्र बिहार भी नहीं पहुंचा है। उसका मोबाइल भी स्विच आफ आ रहा है। जिस वजह से उसकी लोकेशन भी नहीं मिल पा रही है।



  • यह हुआ था मामला :



साढौरा निवासी रामेश्वर दास ने सुल्तानपुर के रास्ते पर खेत में ट्यूबवेल का कमरा बनाया हुआ है। इस कमरे में ही बिहार के जिला सीतामढ़ी के गांव वलीपुर सुरेंद्र कुमार पत्नी रानी के साथ रहने के लिए 20-25 दिन पहले रहने के लिए आया था। दोनों यहीं पर आसपास के जमींदारों के यहां मजदूरी करते थे। शनिवार की सुबह वह ट्यूबवेल पर गए तो वहां छत पर सुरेंद्र व रानी के खून से लथपथ शव पड़े थे। शुक्रवार को यहां ट्यूबवेल पर हरजिद्र उर्फ राजेंद्र भी आया था। शक है कि उसने ही सुरेंद्र व रानी की हत्या की है।