यमुनानगर के जिला लघु सचिवालय के बाहर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर गृहमंत्री अमित शाह का पुतला जलाया। उन्होंने नारेबाजी कर अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की है।
कम्युनिस्ट पार्टी नेता जरनैल सिंह सांगवान ने कहा कि 18 दिसंबर को राज्यसभा में संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर बहस में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में बेहद अपमान जनक टिप्पणी की है। जिससे पूरे देश में लोगों की भावना आहत हुई हैं।
उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया है। जिसमें कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को तुरंत बर्खास्त किया जाए। अमित शाह ने उस व्यक्ति के बारे में अभद्र टिप्पणी की ,है जिनके नेतृत्व में संविधान सभा द्वारा देश का संविधान लिखा गया।
हर भारतीय को समानता का अधिकार- सांगवान
सांगवान ने कहा कि हर एक भारतीय नागरिक को जाति धर्म आदि के भेद बिना समानता का अधिकार दिया गया। दलित महिलाओं को भी अधिकार दिए, जो मनुस्मृति ने नकारे थे ।इसी संविधान द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए व निरंतर जद्दोजहद करते हुए दलितों, महिलाओं व दबे कुचले तबकों को एक इंसान और एक नागरिक के रूप में अपनी पहचान अर्जित की है।
उन्होंने कहा कि अमित शाह के पितृ संगठन आरएसएस ने संविधान निर्माण के समय भी इसका पूरा जोर विरोध किया था। अब भी संविधान और संवैधानिक अधिकारों पर लगातार हमले कर रहे है।