खण्ड सढौरा के गाँव झण्डा, शिवमन्दिर के प्रांगण में शिक्षा एवं वन मन्त्री कवंर पाल ने औषधीय पौधा लगाकर कोविड वाटिका का उद्घाटन किया। उसके उपरांत वन क्षेत्र विस्तार के लिए ड्रोन से बीजो का छिड़काव प्रणाली का शुभारम्भ किया । उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उदेश्य वन विभाग की और से शिवालिक क्षेत्र पहाडिय़ों की हरियाली बढ़ाना है जिसके लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है । इसके माध्यम से विभिन्न किस्मों के वृक्ष के बीजों का छिड़काव करने की मुहिम शुरू की गई है । यह ड्रोन एक समय में 2 किलो बीज लेकर उड़ान भर सकता है और पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्रों में जहां मनुष्य द्वारा पौधारोपण आसान नही है, वहां विभिन्न किस्मों के वृक्षों के बीजो का छिड़काव करेगा ।
वन मंत्री कवंर पाल ने बताया कि ग्राम पंचायतों के सहयोग से पंचायती भूमि, संस्थानीय भूमि तथा मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्धारों में व अन्य सार्वजनिक स्थानो पर औषधीय व अन्य प्रकार के पौधे लगाए जा रहे है। उन्होने बताया कि पौधारोपण का मुख्य उदेश्य ग्र्राम पंचायतों की बंजर व अन्य प्रकार की भूमि के सुधार के साथ – साथ पर्यावरण को सुधारने व वायुमंडल में विचरण कर रहे पक्षियों के आश्रय स्थल एवं भोजन उपलब्ध कराना है। गांव झण्डा में कार्यक्रम के उपरांत वनमंत्री ने टिब्बडी मार्ग वन सढौरा नगर वन की स्थापना त्रिफला के आंवला, वहेडा, हरड़ लगाकर की नगर वन का क्षेत्र 12.5 हेक्टेयर है जिसमें जानुन, हरड , बहेड़ा , आंवला, कचनार, इमली , नीम, आम , शीशम , जमुआ आदि के पौधे लगाये जाऐगे। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वानिकी क्षेत्र को बढाने के लिए वातावरण स्वच्छ बनाने व पशु पक्षियों के आश्रय स्थल बनाने के लिए प्रत्येक नगर का अपना वन होना चाहिए।
वन मंत्री कंवरपाल ने कहा कि वन जीवन के लिए अति आवश्यक है जीवित रहने के लिए पेड़ लगाना बहुत जरूरी है उन्होंने कहा की प्राकृति को सुरक्षित बनाए रखने के लिए हरे पेड़ों को बनाए रखना अति आवश्यक तथा हमार हम सबकी जिम्मेदारी है प्राकृति को जो ठीक रखेगा वह स्वस्थ वह निरोग रहेगा उन्होंने सभी गांव की सरपंच से कहा की वे गांव में फलदार पेड़ लगाएं जिससे इंसान वह पक्षियों का फायदा होगा क्योंकि पक्षियों को जिंदा रखना भी हमारा कर्तव्य है मंत्री कंवर पाल ने कहा की पूरे प्रदेश में 1126 गांव में पेड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है लगभग 50 गांव हर जिले से लिए गए हैं।
डॉक्टर अमरेंद्र कोर ने झंडा गांव के निवासियों व आसपास के निवासियों से कहा की गांव में पेड़ों का रखरखाव अब आपकी जिम्मेदारी है उन्होंने कहा विभाग द्वारा ऐसे पौधों को लगाया गया जो अनेक बीमारियों से बचाते हैं इस मौके पर उन्होंने कहा की कॉविड विजय वाटिका में जड़ी बूटियों से संबंधित पेड़ पौधे लगाए गए हैं जिससे यहां पर रहने वाले व्यक्तियों का स्वास्थ्य सुधरेगा वह बीमारियों से निजात दिलाएंगे
हरियाणा बन विभाग की प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. अमरिन्द्र कोर ने बताया कि ड्रोन सें बीज छिड़काव के प्रयोग से पहाड़ी क्षेत्र मे हरियाली को बढ़ाया जा सकता है । उन्होंने बताया कि पहाड़ों व जंगली क्षेत्र में मुश्किल रास्ते होने के कारण सामान्य विधि से पौधारोपण बीजो का छिड़काव मुश्किल होता है। ऐसे मामले में ड्रोन आधारित प्रणाली काफी मददगार होगी। उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से नीम, जामुन , आंवला , बरगद, पिलखान, खैर आदि के वृक्षों के बीजो का छिड़काव ड्रोन के माध्यम से करवाया जाएगा । नगर व स्थापना के विषय में उन्होने बताया की नगर वन स्थापना से जहां नगरों में हरियाली आएगी वही पक्षियों को आश्रय स्थल व भोजन आसानी से उपलब्ध होगा नगर वन पर्यावरण स्वच्छता के साथ साध प्राकृतिक सौंदर्य को बढायेंगे और आम लोग प्राकृति से जुड़ेगें ।
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन सरंक्षक (प्रशासन) विनोद कुमार, मुख्य वन संरक्षक उत्तरी परिमण्डल अम्बाला जी.रमण, बिलासपुर के एसडीएम नवीन आहूजा, उप वन संरक्षक यमुनानगर सुरजभान, वन मण्डल अधिकारी पवन शर्मा, मुख्य प्रचार अधिकारी धर्मवीर, वन राजिक अधिकारी प्रवीण यादव, रेंज अधिकारी कर्ण धीमान, सढौरा झण्डा गांव के सरपंच व अन्य गणमान्य व्यक्ति व वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। सभी लोगों ने पौधा रोपण भी किया।