1987 को विश्व की कुल जनसंख्या 5 बीलियन हुई थी तभी से प्रति वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है, जिसके द्वारा आमजन में जनसंख्या को नियंत्रण करने के उपायों बारे जागरूक किया जाता है। इसी उपलक्ष में आज 11 जुलाई 2020 को स्थानीय पंचायत भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा राज्य के शिक्षा व वन मंत्री कंवर पाल उपस्थित रहे। इस मौके पर जिला उपायुक्त मुकुल कुमार, सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया, एस.डी.एम. दर्शन कुमार, उप-सिविल सर्जन (परिवार कल्याण) डॉ. पूनम चौधरी तथा नागरिक अस्पताल यमुनानगर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा जिला यमुनानगर में परिवार कल्याण कार्यक्रम में अच्छा कार्य करने पर उप-सिविल सर्जन, चिकित्सा अधिकारियों, आशा तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 

शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि बढती जनसंख्या देश के लिये एक चिन्ता का विषय है, अधिक जनसंख्या के कारण देश के प्राकृतिक स्त्रोतों पर भी प्रभाव पड रहा है। उन्होने कहा कि यदि इसी प्रकार भारत की जनसंख्या बढ़ती रही तो 2024 तक हम चीन को भी पिछे छोड़ देंगे तथा भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जायेगा। भारत के क्षेत्रफ ल के अनुसार इस जनसंख्या विस्फ ोट के कारण सभी के लिये हर प्रकार के साधन उपलब्ध कराना भी सम्भव नहीं होगा। अत: हमें अभी से जनसं या पर नियंत्रण पाना होगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग अपना पूर्ण प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि हम सभी को महिला नलबंदी के स्थान पर पुरूष नसबंदी को प्रोत्साहन देना चाहिये, क्योंकि पुरूष नसबंदी महिला नलबंदी से आसान है तथा इससे पुरूष में किसी प्रकार की कोई कमी उतपन्न नहीं होती।

उपयुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिये स्वास्थ्य विभाग अच्छा कार्य कर रहा है तथा जिला यमुनानगर हरियाणा राज्य में पुरूष नसबंदी के कार्य में प्रथम स्थान पर है, जिसका श्रेय सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, कर्मचारियों, आशा व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को जाता है। उन्होने सभी से कहा कि यह कोविड-19 का समय चल रहा है तथा कोरोना के खिलाफ जंग के साथ-साथ हमें जनसंख्या पर भी नियंत्रण पाना है तथा सभी से अपील की कि कोरोना के नियमों का पालन करते हुये जनसं या स्थिरता पखवाडे को भी सफ ल बनायें।
सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि यह विश्व जनसंख्या दिवस 1987 से मनाया जा रहा है तथा इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लगातार बढ रही वैश्विक जनसंख्या से होने वाले विकारों के विषय में जनजागरण अभियान चलाना है। इसी के चलते जिला यमुनानगर में एक जागरूता रथ के माध्यम से भी प्रचार व प्रसार किया जा रहा है। उन्होने बताया कि बढती जनसख्ंया का सबसे बढा कुप्रभाव प्राकृतिक संसाधनों पर पडता है, जिनका तीव्र गति से दोहन होता है क्योंकि प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं और जनसं या लगातार बढ रही है। डॉ. दहिया ने बताया कि आंकडों के अनुसार 1987 में विश्व में 500 करोड़ की आबादी थी, जो 2020 में 780 करोड का आंकडा पार कर गयी है और प्रति वर्ष लगभग 8 करोड़ से अधिक जनसंख्या विश्व की आबादी में जुड जाती है। उन्होने बताया कि अनुमान है कि 2030 तक विश्व की आबादी 860 करोड़ तथा 2050 तक विश्व की आबादी 980 करोड़ हो जायेगी।

उप-सिविल सर्जन (परिवार कल्याण) डॉ. पूनम चौधरी ने बताया कि इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस का थीम ”आपदा मे भी परिवार नियोजन की तैयारी। सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी है तथा उन्होने बताया कि सरकार तो जनसंख्या नियंत्रण के लिये कार्यक्रम बनाती है परन्तु आमजन के सहयोग के बिना कोई कार्यक्रम सफ ल नहीं हो सकता। डॉ. पूनम ने बताया कि अभी भी ”राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम” के तहत ”दम्पति सम्पर्क पखवाडा 27 जून, 2020 से 10 जुलाई, 2020 तक चल रहा है, जिससे जनसंख्या नियंत्रण की जा सकें। उन्होने यह भी बताया कि महिला नलबन्दी स्वीकारक को 1400 रूपये तथा प्रेरक को 200 रूपये सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशी प्रदान की जाती है, जबकि पुरूष नसबंदी स्वीकारक को 2000 रूपये तथा प्रेरक को 300 रूपये की प्रोत्साहन राशी प्रदान की जाती हैं। उन्होने बताया की सभी पात्र दम्पत्ति अपनी इच्छा अनुसार परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधन जैसे अंतरा टीका, कॉपर टी (पी.पी.आई.यू.सी.डी.), गर्भ निरोधक गोलियॉ, निरोध, पुरूष नसबंदी या महिला नलबन्दी ऑप्रेशन अपना सकते हैं। 

विश्व जनसंख्या दिवस की सफ लता हेतु जिला यमुनानगर के सभी उप-सिविल सर्जन, प्रवर चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। इस अवसर पर उप-सिविल सर्जन डॉ. विजय परमार ने सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का कार्यक्रम को सफ ल बनाने के लिये आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान उप-सिविल सर्जन डॉ. विजय विवेक, डॉ. अनुप गोयल, डॉ. राजेश परमार, डॉ. वागीश गुटेन, डॉ. बुलबुल कटारीया, डॉ. शमा परवीन, डॉ. विकास अरोडा, डॉ. विपुल गोयल, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. सुशिला सैनी के साथ सुदेश कम्बोज मास मीडिया अधिकारी आदि उपस्थित थे।