इन्द्री :गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विदाई एवं आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया। स्टाफ द्वारा आयोजित विदाई कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से स्कूल व अध्यापकों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने की और संचालन प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, बलराज सिंह व नरेश मीत ने किया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में स्टाफ सचिव सुदर्शन लाल, 12वीं कक्षा के प्रभारी सतीश कांबोज, ईशा मुंजाल, भागवंती व बलराज सहित सभी स्टाफ सदस्यों का सहयोग रहा।
मुख्य अतिथि अशोक कुमार ने कहा कि ब्याना स्कूल सतत विकास के पथ पर अग्रसर है। स्कूल से निकले विद्यार्थी लगातार अपनी उपलब्धियों से अध्यापकों और ग्रामीणों को गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने विद्यार्थियों को बोर्ड की परीक्षा में सफलता के टिप्स देते हुए कहा कि अच्छी तैयारी के साथ-साथ भी परीक्षा के समय कईं चीजों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा से पहले कम से कम 30 घंटा पहले पहुंचना नितांत आवश्यक है।
परीक्षा केन्द्र पर अपनी रोल नंबर स्लिप और लिखने की सामग्री अवश्य लेकर जाएं। कार्यक्रम में सुनील कुमारी, राजेश सैनी, सतीश कांबोज, सुदर्शन लाल, मुकेश शर्मा, मुकेश खंडवाल, गोपाल दास, संजीव कांबोज, नरेश मीत ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। कार्यक्रम में ईएसएचएम मधु, प्राथमिक पाठशाला मुख्य शिक्षिका स्नेह लता, रीना नरवाल, सीमा गोयल, निशा कांबोज, निर्मलजीत सिंह, सोनिया खोखर, सरोज बाला, प्रवीण कुमारी, जितेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र कुमार, गोपाल, बिट्टू सिंह, विनीत, जितेन्द्र कुमार, लिपिक आशीष सहित सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
अध्यापकों ने विद्यार्थियों पर की पुष्प-वर्षा-
समारोह का सबसे आकर्षक पल तब आया जब सभी अध्यापकों ने विद्यार्थियों पर पुष्प-वर्षा करके आशीर्वाद किया। महिला शिक्षिकाओं ने छात्राओं और पुरूष अध्यापकों ने छात्रों के ऊपर पुष्प वर्षा की और उन्हें आगामी परीक्षा की शुभकामनाएं दी। अध्यापकों ने सभी विद्यार्थियों को पैन देकर सम्मानित किया। अध्यापकों ने बताया कि काफी लंबे समय तक विद्यार्थियों और अध्यापकों का संबंध रहा है। इस दौरान अध्यापक विद्यार्थियों को राह पर लाने के लिए डांटते भी हैं और कभी-कभी छोटे-मोटे दंड का प्रयोग भी करते हैं। कईं विद्यार्थी इन सब बातों को मन में बसा लेते हैं। विदाई समारोह में अध्यापकों ने विद्यार्थियों से अपील की कि आप अध्यापकों की शुभकामनाएं लेकर जाएं।
ये रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम-
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अंजलि व उसकी सहेलियों ने स्वागत गीत रखा। सोनिया ने पंजाबी गीत गाया। मुस्कान ने कविता-स्कूल बहुत याद आएगा के माध्यम से सभी को भाव-विभोर कर दिया। दीपांशु ने सुखदेव भगत सिंह राजगुरू सतलुज के किनारे जला दिए गीत के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लव ने पंजाबी गीत गाकर समां बांध दिया। आदित्य ने स्कूली जीवन की खट्टी मीठी यादों पर आधारित कविता सुनाई। मीना ने भाषण, पायल व प्रतीक्षा ने कविता, रजविन्द्र कौर ने गीत गाकर अपने अध्यापकों का आभार व्यक्त किया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने नरेश मीत द्वारा बजाई गई हारमोनियम के साथ जुगलबंदी करते हुए शुभकामना गीत गाते हुए अध्यापकों की तरफ सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया। हिन्दी प्राध्यापक सुदर्शन लाल ने ताल मिले नदी के जल में गीत गाया। प्राध्यापक मुकेश ने जिंदगी एक सफर है सुहाना गीत गाया।