YAMUNANAGAR: गैंगस्टर वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा को अंबाला एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को यमुनानगर कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया। पुलिस ने काला को इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के खनन कारोबार में पार्टनर और करनाल के पूर्व डिप्टी मेयर करनाल निवासी मनोज वधवा से खनन कारोबार में हिस्सा मांगने के मामले में रिमांड पर लिया है।
शुक्रवार दोपहर उसे कड़ी सुरक्षा में एसटीएफ टीम कोर्ट लेकर पहुंची। पहले से डीएसपी हेडक्वार्टर समेत पुलिस की आधा दर्जन टीमें वहां तैनात थी। करीब 50 पुलिस कर्मचारियों के घेरे में काला राणा को कोर्ट में पेश किया। करीब दो घंटे तक काला यहां रहा।
पुलिस ने कैदी बैरक को सुरक्षा के लिहाज से घेरे रखा। बैरक के आगे से जाने से वकीलों तक को रोक दिया गया। आम जनता के लिए कोर्ट के कई रास्ते बंद करने पड़े। एसटीएफ ने कोर्ट से सात दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने पांच दिन का मंजूर किया है। काला के परिवार से उसकी मां कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट में एसटीएफ की ओर से बताया गया कि जिस नंबर से रंगदारी मांगने के लिए कॉल की गई, वह नंबर विदेशी था।
जिसकी कॉल डिटेल उपलब्ध नहीं हो पाई। जिस मोबाइल से कॉल की गई, वह मोबाइल काला राणा की निशानदेही पर मध्यप्रदेश के गांव रायसिंहपुरा नीमच से बरामद करना है। वहीं अन्य केसों में भी उससे पूछताछ करनी है। इसलिए सात दिन का रिमांड मंजूर किया जाए। कोर्ट ने पांच दिन का रिमांड मंजूर किया है।
गैंगस्टर काला राणा को देखने के लिए कोर्ट की बालकनी में पहुंचे वकील
खनन कारोबार में फोन कर मांगा था हिस्सा
करनाल के सेक्टर-13 निवासी मनोज वधवा ने शिकायत दी थी कि उसने बीड टापू और मंडौली घग्गर रेत के घाट सरकार से लीज पर ले रखे हैं। काम उसका चाचा वीरभान वधवा देखता है। 7 अक्टूबर को वह सेक्टर-18 स्थित अपने दोस्त के घर पर था। उसके मोबाइल पर मोबाइल नंबर-351925863242 से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को काला राणा बताया। उसने कहा उसे रेत के घाट से जो कमाई होती है, उसमें उसे हिस्सा देना होगा।
उनके पास कई बार कॉल कर धमकाया गया और पैसे मांगे। शिकायत पर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने 12 अक्टूबर 2020 धारा-387 में केस दर्ज किया था। बता दें कि वधवा करनाल में डिप्टी मेयर रहे हैं। करनाल से इनेलो की टिकट पर विस चुनाव भी लड़ चुके हैं। पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के परिवार से कारोबारी रिश्ते हैं।
राजू फसौदी को 2020 में थाईलैंड से गिरफ्तार किया था
काला राणा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का खास है। साल 2018 में वह जमानत लेकर फर्जी पासपोर्ट पर थाईलैंड चला गया था। वहां बैठकर उसने हत्या, रंगदारी मांगने समेत हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ में वारदातें कराई। दिल्ली और हरियाणा एसटीएफ को काला राणा के थाईलैंड में होने का पता तब चला जब गैंगस्टर राजू फसौदी को 2020 में थाईलैंड से गिरफ्तार किया था।
उसने पुलिस को बताया था कि काला राणा भी वहां है। दिल्ली एसटीएफ के इनपुट पर इंटरपोल ने काला को 20 जनवरी को वहां से काबू किया। सबसे पहले भास्कर ने इसका खुलासा किया था। 28 फरवरी को उसे भारत लाया गया था। तब दिल्ली पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया था। काला पर 48 केस दर्ज हैं। हरियाणा पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था।