यमुनानगर :
शहर की सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने के लिए पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। अक्टूबर-नवंबर में दो जोन बनाकर 20 लाख 47 हजार रुपये खर्च कर गड्ढे भरे थे, लेकिन कुछ समय बाद ही गड्ढों से बजरी बाहर आ गई। अब निगम के पांच वार्डों में 32 लाख रुपये से अधिक खर्च करने की प्लानिग हैं। प्रत्येक वार्ड के हिस्से छह लाख 54 हजार रुपये आए हैं। इस पैसे से इन वार्डों की सड़कों के गड्ढे भरे जाएंगे। इसके लिए निगम ने टेंडर काल किया है। उधर, लाखों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद सड़कों की बदहाली दूर नहीं हो पा रही है। माडल टाउन जैसे पाश एरिया की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं।
इन वार्डों में होंगे खर्च :
मधु चौक से भाई कन्हैया साहिब चौक तक दोनों ओर सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इसकी रिपेयर की मांग को लेकर पांच अप्रैल को जनता की आवाज संगठन ने उपायुक्त पार्थ गुप्ता को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन के माध्यम से कहा था कि यदि नौ अप्रैल तक सड़कों के गड्ढे नहीं भरे गए तो संस्था स्वयं गड्ढे भरवाएगी, लेकिन सड़क की स्थिति ज्यों की त्यों है। यह शहर का पाश एरिया है। खास बात यह है कि मेयर मदन चौहान का आवास भी इसी एरिया में है। इस मार्ग से हर दिन का आना-जाना है। बावजूद इसके गड्ढे आज तक नहीं भरे गए।
इस तरह किया जा चुका खर्च :
अक्टूबर-नवंबर माह ने नगर निगम एरिया को दो जोन में बांटकर सड़कों के गड्ढे भरने के लिए टेंडर लगाए थे। वार्ड एक से 11 तक 13 लाख 13 हजार व वार्ड 12 से 22 तक 12 लाख 22 हजार रुपये खर्च किए गए। यह कार्य शुरुआती दौर से ही चर्चाओं में आ गया था। शालमेक रेडीमिक्स बिटूमिन मेटेरियल (पहले से बना हुआ तारकोल मिक्स बजरी मेटेरियल) से सड़कों का पेचवर्क के लिए टेंडर लगाया गया था। शुरु से ही पार्षद ठेकेदार के कार्य से पार्षद नाखुश रहे हैं। आरोप है कि गड्ढे भरने में महज खानापूर्ति हुई है। बड़े गड्ढों के बीच बिटूमिन के छोटे-छोटे टांके लगाकर इतिश्री कर ली गई है। माडल टाउन जैसे पाश एरिया में गड्ढे भरने का काम तसल्ली से नहीं किया गया। वार्ड आठ में 110 कट्टे लगे,
सड़कें फिर भी बदहाल :
पार्षद विनोद मरवाह के मुताबिक नवंबर माह में वार्ड की सड़कों के गड्ढे भरे गए थे। आठ नंबर वार्ड में में शालमेक रेडीमिक्स बिटूमिन के 110 कट्टे लगे हैं। बावजूद इसके सड़कों में गड्ढों की भरमार है। इसकी शिकायत निगम अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन किसी ने संज्ञान नहीं लिया। उनका कहना है कि पेचवर्क के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। अधिकांश सड़कें टूटकर बिखर चुकी हैं। मरम्मत के नाम पर पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। चिताजनक बात यह है कि सड़कों की मरम्मत के समय निगम अधिकारी जांच की जहमत तक नहीं उठाते।
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हर दिन हो रहे हादसे :
निगम एरिया के साथ-साथ पीड्ब्ल्यूडी की सड़कें भी दुरुस्त नहीं है। जोड़ियो नाके के पास एसके रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं। इस मार्ग पर वाहनों का तांता लगा रहता है। शहर में आने-जाने वालों के साथ-साथ उप्र व दिल्ली जाने के लिए इस मार्ग से होकर गुजरते हैं। शहर की बात की जाए तो ट्रैफिक पार्क रोड, गोबिदपुरी रोड, कैप्शन चौक से शक्ति नगर रोड सहित शहर के विभिन्न वार्डों की अधिकांश सड़कों में गड्ढों की भरमार है।