आपको बता दें कि एफडी और आरडी पर बैंक अलग-अलग ब्याज दर ऑफर करते हैं. आज के समय में बैंक आरडी में एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है. एफडी में एक साथ अवधि पूरी होने पर पैसे पर ब्याज मिलता.
लेकिन, कई बार लोगों को एफडी और आरडी के बीच का फर्क नहीं समझ में आता है. तो चलिए हम आपको एफडी और आरडी के बीच के फर्क के बारे में बताते हैं. इसके बाद आप अपनी जरूरत के अनुसार इन दोनों में से किसी भी ऑप्शन का चुनाव कर सकते हैं-
एफडी और आरडी के बीच का फर्क
एफडी और आरडी के बीच बहुत बड़ा फर्क होता है. एफडी में ग्राहक एकमुश्त पैसा जमा करता है. इसके बाद बैंक इस पर सालाना के हिलाव से ब्याज ग्राहक को देता है. वहीं आरडी में ग्राहक किश्तों में पैसे जमा कर सकता है. एफडी में पैसे जमा करने के लिए आप 7 दिन से लेकर 10 साल तक के अवधि का चुनाव कर सकते हैं. वहीं आरडी में ग्राहक 6 महीने से लेकर 10 साल तक पैसे निवेश कर सकते हैं.
दोनों पर मिलता है अलग-अलग ब्याज
आपको बता दें कि एफडी और आरडी पर बैंक अलग-अलग ब्याज दर ऑफर करते हैं. आज के समय में बैंक आरडी में एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है. एफडी में एक साथ अवधि पूरी होने पर पैसे पर ब्याज मिलता . वहीं आरडी में हर महीने या तीन महीने के अनुसार ब्याज मिलता है. एफडी में पैसे एक बार ही जमा होता. वहीं में आरडी हर महीने तय रकम जमा होती है.अगर कोई खाताधारक हर महीने थोड़ी सेविंग करना चाहता है तो वह आरडी के ऑप्शन का चुनाव कर सकता है. वहीं जिन्हें साथ बड़े अमाउंट की रकम सेव करनी है वह एफडी में पैसे निवेश करें.